डीएनए हिंदी: कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए होने वाले चुनाव (Congress President Election) से पहले ही कई तरह की कवायदें चल रही हैं. गांधी परिवार के वफादार लगातार कोशिशें कर रहे हैं कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को अध्यक्ष बनने के लिए मना लिया जाए. इसी बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने सभी राज्य इकाइयों को कहा है कि वे एक प्रस्ताव पारित करें. इस प्रस्ताव में सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को नामित करें कि वह राज्य इकाइयों के प्रमुख और ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) सदस्यों को नामित करें. जानकारों का मानना है कि इस तरह की कोशिश यह बताती है कि कैसे भी करके गांधी परिवार ही कांग्रेस के अगले अध्यक्ष को चुनेगा.
अगले महीने होने वाले चुनाव से पहले कांग्रेस के इस कदम को गांधी परिवार की सत्ता बनाए रखने की कोशिश माना जा रहा है. दरअसल, राहुल गांधी चुनाव लड़ने को राजी नहीं हैं और सोनिया गांधी अब इस रेस में नहीं हैं. ऐसे में इस बात की संभावना ज्यादा है कि कांग्रेस को लगभग 20 साल बाद गांधी परिवार से बाहर का कोई अध्यक्ष मिल सकता है. इसका मतलब यह है कि राहुल और सोनिया गांधी के साथ-साथ प्रियंका गांधी भी अध्यक्ष नहीं बनने वाली हैं.
यह भी पढ़ें- बैंक फ्रॉड मामले में फर्म के सीक्रेट लॉकर्स से 431 किलोग्राम सोना, चांदी जब्त
20 साल बाद गांधी परिवार से बाहर का हो सकता है अध्यक्ष
गांधी परिवार से बाहर के नेताओं की बात करें तो पार्टी और परिवार के वफादार नेता माने जाने वाले अशोक गहलोत सबसे आगे हैं. सूत्रों का कहना है कि राज्यों की इकाइयां आसानी से प्रस्ताव पारित करके सारे फैसले लेने का अधिकार सोनिया गांधी कौ सौंप सकते हैं. इसमें यह भी कहा जा सकता है कि सोनिया गांधी ही अगला अध्यक्ष नामित करें. कांग्रेस की राज्य इकाइयों को कहा गया है कि वे इसी महीने की 20 तारीख तक प्रस्ताव पारित कर दें. 22 सितंबर से चुनाव की प्रक्रिया शुरू होनी है और 17 अक्टूबर को चुनाव होने हैं.
यह भी पढ़ें- Mamata Banerjee के मंत्री उदयन गुहा की धमकी- TMC के एक कार्यकर्ता पर हमला हुआ तो बीजेपी के दो पीटे जाएंगे
साल 2019 में राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद से 3 साल से सोनिया गांधी ही पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष हैं. अब जाकर अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होने हैं लेकिन अभी भी सारी कवायद गांधी परिवार के इर्द-गिर्द ही घूम रही है. राहुल गांधी 'भारत जोड़ो यात्रा' पर हैं और पार्टी के कई नेता अभी भी चुनावी प्रक्रिया पर सवाल उठा रहे हैं. कहा जा रहा है कि अगर आम सहमति नहीं बन पाती है तो गांधी परिवार के उम्मीदवार के सामने जी-23 गुट का भी एक उम्मीदवार उतरेगा.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.