डीएनए हिंदीः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) आज इतिहास रचने जा रहे हैं. वह दुनिया के सबसे बड़े रिवर क्रूज 'गंगा विलास' (MV Ganga Vilas) को हरी झंडी दिखाएंगे. यह क्रूज 51 दिनों में वाराणसी से बांग्लादेश तक का सफर तय करने वाला है. यह बनारस से चलकर बांग्लादेश के ढाका से होते हुए डिब्रूगढ़ तक जाएगा. इस क्रूज़ में 18 कमरे हैं. जिसमें 36 लोग सफर कर सकते हैं. यात्रियों के साथ ही 36 क्रू मेंबर भी इसमें सवार होंगे. यह क्रूज कई आधुनिक सुविधाओं से युक्त है.
क्या है खासियत
इस क्रूज़ में स्पा है, जिम है, लाइब्रेरी है और सन बाथ के लिये रूफटॉप की व्यवस्था है. उबाऊ न हो, इसलिए क्रूज़ पर गीत संगीत ,सांस्कृतिक कार्यक्रम, जिम आदि की भी सुविधाएं होंगी. गंगा विलास क्रूज आधुनिक सुविधा से युक्त और पूरी तरह सुरक्षित होगा. एक ही रिवर शिप द्वारा की जाने वाली सबसे लंबी यात्रा होगी.
क्या रहेगा रूट
इस क्रूज में यात्रा के लिए एक व्यक्ति का किराया एक रात के लिए 25000 से 50000 के बीच होगी. पूरी यात्रा 3200 किलोमीटर की है गंगा विलास क्रूज़ बनारस से पटना, कलकत्ता, ढाका से गुवाहाटी फिर काजीरंगा होते हुए डिब्रूगढ़ तक पहुंचेगा. कुल 52 दिन की यात्रा होगी. अभी इसमें 31 यात्री आ रहे हैं. इन सभी यात्रियों को स्विट्जरलैंड की ट्रैवेल कंपनी ने ऑर्गेनाइज किया है.
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इस दौरान यह भारत के 5 राज्यों उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, असम और साथ ही बांग्लादेश से होकर गुज़रेगा. जहाज़ बांग्लादेश में 15 दिनों तक रुकेगा. इसके अलावा इस पूरी यात्रा में अलग-अलग राज्यों के कुल 50 टूरिस्ट स्पॉट्स का भी लुत्फ़ पर्यटक उठा सकेंगे. इनमें विश्व धरोहर स्थल, नेशनल पार्क, नदियों के घाट और अन्य जगहें शामिल होंगी.
स्विट्जरलैंड के पर्यटक होंगे शामिल
इस क्रूज की पहली यात्रा के दौरान स्विट्जरलैंड के 31 पर्यटक शामिल होंगे, उनके साथ 40 क्रू मेंबर भी साथ जाएंगे. ऐसे में कुल 71 लोगों के साथ ये क्रूज अपना सफर तय करेगी.
पानी के लिए लगा है फिल्टरेशन प्लांट
इस क्रूज में फिल्टरेशन प्लांट है जिसकी वजह से गंगा का पानी लेकर ही उसे फिल्टर करके नहाने धोने और दूसरे काम में प्रयोग किया जायेगा. इस क्रूज़ का अपना एसटीपी प्लांट है जिससे गंगा में पॉल्यूशन नहीं होगा. यात्रियों की सुविधा को ध्यान रखते हुए तकरीबन 60,000 लीटर के पानी का टंकी है जिससे अगर खारे पानी में भी क्रूज जाता है तो 2 से 3 दिन तक पानी की कमी नहीं होगी. इस जहाज में 40000 लीटर का फ्यूल टैंक है जिससे 30-40 दिन तक फ्यूल की कमी नहीं होगी.
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