डीएनए हिंदी: दिल्ली की तिहाड़ जेल में एक बार फिर गैंगवार हुई है. इस बार कुछ अपराधियों ने टिल्लू ताजपुरिया नाम के गैंगस्टर पर हमला करके उसकी जान ले ली. रिपोर्ट के मुताबिक, जेल के अंदर ही हुई मारपीट में आरोपियों ने टिल्लू ताजपुरिया के पेट में लोहे का सरिया घुसा दिया. आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया लेकिन उसकी मौत हो गई है.
तिहाड़ जेल के एक अधिकारी के मुताबिक, टिल्लू ताजपुरिया दिल्ली की रोहिणी कोर्ट में हुए शूटआउट केस में आरोपी है. जेल में उसके विरोधी गैंग के सदस्यों योगेश टुंडा और अन्य ने मिलकर उस पर हमला कर दिया था. मामले की जांच की जा रही है. बता दें कि पेशी पर लाए गए गैंगस्टर जितेंद्र गोगी को रोहिणी कोर्ट में गोली मार दी गई थी जिसमें उसकी मौत हो गई थी.
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अस्पताल ले जाते समय ही हो गई थी मौत
पश्चिमी दिल्ली के अडिशनल डीसीपी अक्षत कौशल ने बताया, 'आज सुबह 7 बजे सूचना मिली की तिहाड़ जेल से दो विचाराधीन कैदियों को दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल लाया गया है. इसमें से एक सुनील उर्फ टिल्लू ताजपुरिया था. अस्पताल लाते समय दोनों बेहोश थे, इसमें से टिल्लू की अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत हो गई थी. दूसरे शख्स रोहित का इलाज चल रहा है और वह खतरे से बाहर है.'
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बता दें कि टिल्लू ताजपुरिया और जितेंद्र गोगी की पुरानी दुश्मनी रही है. इन दोनों की आपसी रंजिश में दर्जनों लोगों की जान जा चुकी है. टिल्लू ताजपुरिया के खिलाफ अवैध कब्जे, हत्या, जबरन वसूली जैसे तमाम गंभीर मामले दर्ज हैं.
टिल्लू ताजपुरिया कौन था?
33 साल के टिल्लू ताजपुरिया का असली नाम सुनील मान था. दिल्ली के अलीपुर के पास के गांव ताजपुर के रहने वाले टिल्लू ने अपने नाम में ताजपुरिया जोड़ लिया था. उस पर आरोप था कि उसने जेल में बैठे-बैठे ही जितेंद्र गोगी को कोर्ट में गोली मरवा दी थी. कहा जाता है कि साल 2013 में दिल्ली के श्रद्धानंद कॉलेज में टिल्लू और जितेंद्र गोगी दोनों पढ़ते थे और छात्रसंघ चुनावों को लेकर दोनों के बीच अदावत शुरू हुई थी.
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