Gau Mutra: इस राज्य की कांग्रेस सरकार खरीदेगी गोमूत्र, जानिए क्या है रेट

Written By यशवीर सिंह | Updated: Jul 19, 2022, 12:57 PM IST

प्रतीकात्मक तस्वीर

छत्तीसगढ़ सरकार ने दो साल पहले हरेली त्योहार पर गोधन न्याय योजना की शुरुआत की थी. इस योजना के तहत वर्मी कम्पोस्ट तैयार करने के लिए गौठानों में दो रुपये प्रति किलो गाय का गोबर खरीदा जा रहा है.

डीएनए हिंदी: छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार ने हरेली त्योहार से गोमूत्र (Gau Mutra) की खरीद शुरू करने जा रही है. छत्तीसगढ़ सरकार गोधन न्याय योजना' के तहत 28 जुलाई को स्थानीय 'हरेली'उत्सव से 4 रुपये प्रति लीटर की दर से गोमूत्र की खरीदने की शुरुआत करने वाली है. गोधन न्याय योजना में गाय के गोबर की खरीद भी शामिल है. छत्तीसगढ़ सरकार ने यह योजना दो साल पहले पशुपालकों, जैविक किसानों की इनकम बढ़ाने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के उद्देश्य से शुरू की थी.

कैसे होगी गोमूत्र की खरीद?
प्रथम चरण में छत्तीसगढ़ के हर जिले के दो चयनित स्वावलंबी गौठानों (पशुधन आश्रयों) से गोमूत्र की खरीद की जाएगी. गौठान प्रबंधन समिति गोमूत्र खरीदने के लिए स्थानीय स्तर पर रेट तय कर सकेगी. राज्य में गोमूत्र की खरीद के लिए न्यूनतम 4 रुपये प्रति लीटर का रेट तय किया गया है.

गोधन न्याय मिशन के प्रबंध निदेशक डॉ. अय्याज तंबोली ने सभी कलेक्टरों को गौठानों में गोमूत्र की खरीद के लिए सभी आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने को कहा है. उन्होंने बताया कि गोधन न्याय योजना के तहत गौठान प्रबंधन समिति अपने बैंक खातों में उपलब्ध सर्कुलर फंड ब्याज की राशि से गोमूत्र की खरीद करेगी.

उन्होंने बताया कि सदस्यों को प्रशिक्षण प्रदान करने के साथ-साथ दो स्वतंत्र गौठानों की पहचान करने और योजना के क्रियान्वयन के लिए स्वयं सहायता महिला (एसएचजी) समूह का चयन करने के लिए कलेक्टर जिम्मेदार होंगे. उन्होंने बताया कि प्राप्त गोमूत्र का उपयोग कीट नियंत्रण उत्पादों (pest control products) और नेचुरल लिक्विड फर्टिलाइजर बनाने के लिए किया जाएगा.

दो साल पहले शुरू की थी गाय के गोबर की खरीद
छत्तीसगढ़ सरकार ने दो साल पहले हरेली त्योहार पर गोधन न्याय योजना की शुरुआत की थी. इस योजना के तहत वर्मी कम्पोस्ट तैयार करने के लिए गौठानों में दो रुपये प्रति किलो गाय का गोबर खरीदा जा रहा है. छत्तीसगढ़ में पिछले दो सालों में महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा गाय के गोबर से 20 लाख क्विंटल से अधिक वर्मी कम्पोस्ट, सुपर कम्पोस्ट, सुपर प्लस कम्पोस्ट बनाया किया गया है. इसके जरिए उन्हें 143 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं. इसके अलावा इस योजना के तहत 150 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के गोबर की खरीद की गई है.

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