डीएनए हिंदी: गाजियाबाद के एसीपी ने रक्षाबंधन के दिन एक छात्रा को खुदकुशी से बचाया. राखी के मौके पर उन्होंने छोटी बहन की तरह छात्रा को समझाया और उसे खतरनाक कदम उठाने से रोकने में कामयाब रहा. वह उसे अपना भाई बताकर उसे समझाने की कोशिश की और छात्रा ने उसकी बात मान ली. बताया जा रहा है कि छात्रा की मां की मौत कुछ दिन पहले ही हुई है और इस वजह से वह काफी तनाव में रहती थी. पिता से किसी बात पर नाराजगी हुई और उसने आत्महत्या का कदम उठाने का फैसला कर लिया. हालांकि आसपास के लोगों ने तुरंत ही पुलिस और फायर ब्रिगेड को फोन कर दिया. इसके बाद एसीपी ने छात्रा से बातचीत की और उसे कहा कि मैं तुम्हारे बड़े भाई जैसा हूं. उन्होंने परिवार से भी बच्ची का ध्यान रखने के लिए कहा.
एसीपी ने भाई बन छात्रा को समझाया
गाजियाबाद के इंदिरापुरम के न्याय खंड-1 में राखी के दिन देर शाम पिता की डांट से नाराज होकर 10वीं कक्षा में पढ़ने वाली एक छात्रा गुस्से में चौथी मंजिल पर जाकर खुदकुशी करने का प्रयास करने लगी. जैसे ही लोगों को इस बात की जानकारी हुई उन्होंने पुलिस को फोन कर दिया. टीम के साथ पहुंचे एसीपी ने बच्ची से बातचीत करते हुए कहा कि मैं तुम्हारे भाई जैसा हूं. आज से मैं तुम्हारा बड़ा भाई हूं और तुम्हारी सारी समस्या हल करूंगी. तुम आराम से नीचे उतर जाओ.
यह भी पढ़ें: Bihar Viral News: महिला पुलिसकर्मी ने बाइक सवार युवकों को बांधी राखी
बच्ची ने बातचीत के दौरान बताया कि उसकी मां का निधन पिछले महीने हुआ था और वह काफी परेशान रहती है. एसीपी ने उससे कहा कि तुम्हारा भाई अभी 3 साल का है और वह तुम्हारी मदद नहीं कर सकता है लेकिन मैं तुम्हारी मदद करूंगा. मैं तुम्हारा बड़ा भाई हूं. एसीपी के समझाने-बुझाने के बाद आखिरकार बच्ची नीचे उतर गई जिसके बाद परिवार वालों की जान में जान आई है. एसीपी सिंह ने बताया कि बच्ची की काउंसलिग की जाएगी और परिवार को भी उसका ध्यान रखने के लिए कहा गया है.
यह भी पढ़ें: आपदा में अवसर, सड़क पार करवाकर पैसे कमाने लगा ये आदमी, देखें वीडियो
सोशल मीडिया पर हो रही एसीपी की तारीफ
गाजियाबाद के एसीपी का वीडियो सामने आने के बाग सोशल मीडिया पर काफी तारीफ हो रही है. जिस सूझ-बूझ से एसीपी ने काम लिया और बच्ची की मानसिक स्थिति समझते हुए उसे प्यार से समझाया उसकी सब लोग तारीफ कर रहे हैं. बच्ची को वहां मौजूद लोगों ने भी समझाया और एक टीचर भी मौजूद थे जिन्होंने उसे समझाया. करीब 2 घंटे से ज्यादा चली मशक्कत के बाद बच्ची थोड़ी ठीक हुई और वह नीचे उतर गई. बच्ची के पिता का कहना है कि वह आगे से उसका और ध्यान रखेंगे.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.