डीएनए हिंदी: गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad Resigns) के कांग्रेस पार्टी से इस्तीफे के बाद तमाम तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. भाजपा ने नेता और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिश्व सरमा ने गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे के बाद कांग्रेस पर तंज कसा है. हिमंत बिश्व सरमा ने कहा कि अगर आप गुलाम नबी आजाद का पत्र और 2015 में मेरे द्वारा लिखे गए पत्र को अगर आप पढ़ेंगे तो आपको काफी समानताएं मिलेंगी. कांग्रेस में सभी जानते हैं कि राहुल गांधी अपरिपक्व हैं. सोनिया गांधी पार्टी की देखभाल नहीं कर रही हैं, वह केवल अपने बेटे को बढ़ावा देने की कोशिश कर रही हैं. यह एक व्यर्थ प्रयास है.
उन्होंने आगे कहा कि इसी वजह से कांग्रेस के प्रति वफादार लोग इसे छोड़ रहे हैं. मैंने भविष्यवाणी की थी कि एक समय आएगा जब केवल गांधी परिवार ही कांग्रेस में बचेगा और यह हो रहा है. राहुल गांधी वास्तव में भाजपा के लिए वरदान हैं.
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आइए आपको बताते हैं गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे पर कांग्रेस नेताओं की तरफ से क्या कहा गया.
- पार्टी नेतृत्व ने जिस व्यक्ति को पूरा सम्मान दिया हो, वह अगर ओछे निजी हमले कर उसे धोखा देता है तो इससे उस व्यक्ति का असली चरित्र उजागर होता है. यह अत्यंत दुख की बात है कि जब कांग्रेस महंगाई, बेरोजगारी और ध्रुवीकरण के खिलाफ लड़ रही है तो उस समय यह इस्तीफा हुआ- कांग्रेस
- हमें उम्मीद थी कि गुलाम नबी आजाद जैसे वरिष्ठ नेता विपक्ष और जनता की आवाज को बल देते- कांग्रेस महासचिव अजय माकन
- GNA का डीएनए ‘मोदी-मय’ हो गया है. त्यागपत्र में की गई बातें तथ्यामक नहीं हैं, इसका समय भी ठीक नहीं है- कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश
- आजाद राज्यसभा का अपना कार्यकाल समाप्त होते ही बेचैन हो उठे, वह एक पल भी पद के बिना नहीं रह सकते- पवन खेड़ा
- आपका त्यागपत्र हताशा और विश्वासघात का भाव देता है. हमने पार्टी के भीतर सुधार का बैनर उठाया था, विद्रोह का नहीं- संदीप दीक्षित
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