प्रधानमंत्री मोदी ने आज तीसरे Voice of global south summit को वर्चुअल माध्यम से संबोधित किया. बीते 2 Summit में ग्लोबल साउथ के 100 से भी ज्यादा देशों ने अपनी भागीदारी दर्ज कराई थी. आपको बता दें की बांग्लादेश के कार्यवाहक प्रधानमंत्री मोहम्मद युनूस भी इस सम्मेलन में मौजूद थे. बांग्लादेश में सरकार बदलने के बाद इस तरह की उनकी पहली उपस्थिति थी. गौरतलब हो की कल पीएम मोदी से बातचीत के दौरान उन्हे इस शिखर सम्मेलन में आने का न्योता दिया गया था.
पीएम मोदी की प्रमुख बातें
शिखर सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने 140 करोड़ भारतीय की तरफ शामिल हुए सभी देशों का स्वागत किया. पीएम ने कहा की जब हमने G-20 की मेजबानी की थी. उसी समय संकल्प लिया था की हम इसे एक नया स्वरूप देंगे. उन्होंने आगे कहा की 'वॉइस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट' एक ऐसा मंच बना जहां हम सबने मिलकर एक व्यापक चर्चा किया.
पीएम मोदी ने अपनी चिंता व्यक्त की
अपने सम्बोधन में पीएम मोदी कहते हैं कि “आज जब हम ऐसे समय में मिल रहे हैं, जब चारों ओर अनिश्चिता का माहौल बना हुआ है, दुनिया अभी कोविड के असर से ही पूरी तरह नहीं निकल पाई है. लगातार हो रहे युद्ध की स्थिति ने हमारी विकास यात्रा के लिए कई चुनौतिया खड़ी कर दी है.”
प्रधानमंत्री ने तीसरे ग्लोबल साउथ समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को ग्लोबल साउथ के लिए एक व्यापक और मानव-केंद्रित "वैश्विक विकास संधि" (Global Development Compact) का प्रस्ताव रखा और कहा कि "यह व्यापार, सतत विकास,(Sustainable Development) प्रौद्योगिकी साझा करने और परियोजनाओं के रियायती फैनांसिंग पर केंद्रित होगी, जो भारत की डेवलपमेंट इनफ्रास्ट्रक्चर के अनुसार संचालित की जाएगी."
PM Modi ने आगे कहा कि "जरूरतमंद देशों को विकास के लिए दिए गए वित्तीय मदद के नाम पर कर्ज के भारी बोझ के तले नहीं दबाया जाएगा." 'ग्लोबल डेवलपमेंट कॉम्पैक्ट' उन्होंने यह नई पहल की घोषणा आज भारत द्वारा आयोजित तीसरे वर्चुअल वॉयस ऑफ द ग्लोबल साउथ समिट में किया.
अपने सम्बोधन में पीएम ने आतंकवाद, हेल्थ सिक्योरिटी,जलवायु परिवर्तन की समस्या के साथ साथ, ऊर्जा के क्षेत्र में उभर रही नई चुनौतियों पर भी जोर दिया. उन्होने अलगाववाद और चरमपंथ की तरफ से लगातार समाज की शांति और सद्भाव बिगाड़ने को लेके भी अपनी चिंता व्यक्त की. उन्होने तमाम अंतर्राष्ट्रीय संस्था को लेके भी कहा की पिछले सदी में स्थापित वैश्विक संस्थान इस समय की समस्याओं का सामना करने में नाकाम रहे हैं.
मोहम्मद युनूस ने युवाओं को लेकर कहा
बांग्लादेश में बनी अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद युनूस ने कहा की ग्लोबल साउथ मे जनसंख्या एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जिसे सरकार को अपनी नीतियों में रखने की जरूरत है. डा युनूस आगे कहते हैं की हमारी आबादी का दो तिहाई हिस्सा युवा है, वे समाज का सबसे ताकतवर वर्ग हैं. वो सभी युवा एक नई दुनिया बनाने को लेकर समर्पित हैं. डा युनूस आगे कहते हैं की वो युवा सभी असंभव को संभव कर सकते हैं, वो सभी नौकरियां चाहते है.हमारे देश की शिक्षा प्रणाली ने उन्हे केवल नौकरियां के लिए ही तैयार किया है.
गौरतलब हो की बांग्लादेश में इसी महीने आरक्षण के विरोध मे चल रहे लगातार प्रदर्शनों के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. जिसके बाद से वो भारत में शरण ली हुई हैं.
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