दशहरा के बाद दिल्ली में प्रदूषण का लेवल बढ़ता जा रहा है. दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स खतरनाक स्थिति में पहुंचने लगा है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, राजधानी के ज्यादातर इलाकों में AQI 224 को पार कर गया, जो एक खराब स्थिति में आता है. विशेषज्ञों की मानें तो प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी हो सकती है. ऐसे में दिल्ली में GRAP स्टेज वन लागू किया जा सकता है.
GRAP पर CAQM उप-समिति ने करंट एयर क्वालिटी सिनेरियो के साथ-साथ IMD- IITM द्वारा उपलब्ध कराए गए मौसम संबंधी स्थितियों और वायु गुणवत्ता सूचकांक के पूर्वानुमान का जायजा लिया. जिसमें पाया गया कि शनिवार रात से लेकर रविवार दोपहर तक दिल्ली में एक्यूआई में वृद्धि देखी गई. ऐसे में उप-समिति ने सर्वसम्मति से निर्णय है लिया कि GRAP के चरण-I को लागू करने से पहले एक या अधिक दिन तक स्थिति पर बारीकी से नजर रखी जाएगी.
क्या बोले दिल्ली के पर्यावरण मंत्री?
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने रविवार को कहा कि दशहरा उत्सव के बावजूद लोग स्वच्छ हवा में सांस ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि अच्छे ‘संतोषजनक’ और ‘मध्यम’ वायु गुणवत्ता वाले दिनों की संख्या बढ़ रही है, जो कहीं न कहीं प्रदूषण प्रबंधन में सुधार का संकेत है. राय ने यह भी कहा कि दशहरा के बाद दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक खराब श्रेणी से बाहर रहा, हालांकि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार शहर की वायु गुणवत्ता दोपहर 12 बजे 225 अंक के साथ खराब श्रेणी में रही थी.
राय ने कहा कि हर साल दशहरा के मौके पर दिल्ली की हवा जहरीली हो जाती है, लेकिन इस साल दिल्ली में हवा साफ रही. पर्यावरण मंत्री ने कहा कि पिछले 2 सालों में दिल्ली में जनवरी से 12 अक्टूबर के बीच 200 दिन ‘अच्छी’, ‘संतोषजनक’ या ‘मध्यम’ वायु गुणवत्ता दर्ज की गई, जबकि 2016 में सिर्फ 109 दिन ऐसा हुआ था. यह प्रदूषण प्रबंधन में प्रगति का एक संकेत हैं.
दिल्ली में कितना पहुंचा AQI लेवल
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने बताया है कि राजधानी का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) शाम 6:31 बजे 224 रहा जो मध्यम श्रेणी में आता है. शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को अच्छा, 51 से 100 के बीच संतोषजनक, 101 से 200 के बीच मध्यम, 201 से 300 के बीच खराब, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच को गंभीर माना जाता है.
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