Greater Nodia News: उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले के ग्रेटर नोएडा वेस्ट (नोएडा एक्सटेंशन) इलाके में सोमवार को दूषित पानी से 200 से ज्यादा लोग बीमार हो गए हैं. इनमें 100 से ज्यादा बच्चे हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है. ये सभी लोग सुपरटेक इको विलेज 2 सोसायटी के निवासी हैं, जिन्होंने अपने यहां पेयजल सप्लाई में दूषित पानी आने का आरोप लगाया है. इसके चलते बच्चों में उल्टी, दस्त और पेट दर्द जैसे लक्षण दिख रहे हैं. हालांकि सोसायटी के फैसिलिटी मैनेजर ने दावा किया है कि पानी की जांच में किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं मिली है.
दूषित पानी के कारण लोगों में फैली बीमारी
जी न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, इको विलेज 2 के एक निवासी ने कहा कि जब मेरा बेटा कोचिंग से लोटा तो उसकी तबीयत खराब हो गई और उसे दो बार उल्टी हुई. इसके तुरंत बाद, मेरे 8 साल के छोटे बेटे की भी यही हालत हो गई. शाम को खुद हमें भी ऐसे ही लक्षण महसूस हुए. इससे बाद हमें पानी के दूषित होने का संदेह हुआ. एक अन्य निवासी ने बताया कि रविवार रात से ही सोसायटी के बच्चे उल्टी और पेचिश के लक्षणों के साथ बीमार पड़ने लगे हैं. शुरू में इसे फूड पॉयजनिंग का मामला माना गया, जिससे यह बीमारी हुई है.
ये भी पढ़ें: हरियाणा में क्या AAP और कांग्रेस का होगा गठबंधन? CEC मीटिंग में नेताओं से मांगा गया फीडबैक
पानी के टैंक की सफाई के केमिकल का असर?
सोसायटी के कई अन्य लोगों ने इसी तरह के लक्षण बताए हैं, जिनसे यह स्पष्ट हो रहा कि समस्या ज्यादा व्यापक है. निवासियों का मानना है कि यह प्रदूषण हाल ही में सोसायटी के पानी के टैंक की सफाई से जुड़ा हो सकता है. टैंक की सफाई लोगों के बीमार होने से दो दिन पहले की गई थी. लोगों का मानना है कि टैंक की सही तरह से सफाई नहीं होने से उसमें उपयोग किए गए केमिकल रह गए हैं, जो पानी में घुलकर लोगों को बीमार कर रहे हैं. फैसेलिटी मैनेजर ने पानी के दूषित होने की बात को गलत बताया है, लेकिन लोगों के बड़े पैमाने पर बीमार होने के कारणों का पता लगाने के लिए एक आधिकारिक जांच शुरू कराई है.
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.