नोएडा पुलिस तीन हजार से अधिक फर्जी फर्म तैयार कर करीब 15 हजार करोड़ रुपए की जीएसटी का नुकसान पहुंचाने वाले गिरोह के सात आरोपियों की चल और अचल संपत्ति की कुर्की होगी. इस मामले में संबंधित न्यायालय ने कुर्की के 21 वारंट जारी किए हैं. अब तक इस मामले में थाना सेक्टर 20 पुलिस 28 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अरबों रुपये के फर्जीवाड़े के मामले में न्यायालय द्वारा 21 कुर्की वारंट जारी किए गये हैं. अब नोएडा कमिश्नरेट पुलिस कोर्ट के आदेश के बाद तैयारी में जुट गई है. जिन आरोपियों की संपत्ति को कुर्क किया जाएगा, उनमें आदर्श नगर दिल्ली निवासी अंचित गोयल, इसके पिता प्रदीप गोयल, रोहिणी दिल्ली निवासी अर्जित गोयल, हिसार हरियाणा निवासी कुनाल मेहता उर्फ गोल्डी, हिसार निवासी बलदेव उर्फ बल्ली, मुबारकपुर दिल्ली निवासी विकास डबास और रोहिणी निवासी रोहित नागपाल शामिल हैं. पूर्व में आरोपियों के घर पर नोटिस चस्पा किया गया था. इसके बाद भी वह अदालत के समक्ष पेश नहीं हुए.
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29 आरोपियों की हो चुकी है गिरफ्तारी
इस मामले में अब तक 29 आरोपियों की गिरफ्तारी देश के अलग-अलग हिस्से से हुई है. जानकारी के लिए बता दें कि नोएडा कमिश्नरेट पुलिस ने जून 2023 में करीब 3 हजार फर्जी फर्म बनाकर 15 हजार करोड़ रुपये से अधिक के फर्जीवाड़े का खुलासा किया था. इस मामले में पुलिस ने अब तक करीब साढ़े तीन हजार शेल कंपनियों के बारे में जानकारी प्राप्त की है. जानकारी के अनुसार, अब तक 100 से अधिक ऐसे लोगों ने जानकारी दी है कि उनकी सहमति के बगैर उनके पैन का उपयोग किया गया था. इसी का इस्तेमाल जीएसटी रजिस्ट्रेशन में हुआ. कागजों पर फर्म का अस्तित्व रहा और कई साल तक आरोपी जीएसटी रिफंड के नाम पर लाभ लेते रहे. इस मामले में अब तक पुलिस ने करीब 2600 फर्मों के खाते फ्रीज किए गए हैं.
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