Gujarat Election 2022: मिशन गुजरात पर बीजेपी का महामंथन, चुनाव के लिए क्या तैयार हो रही रणनीति?

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Jul 09, 2022, 11:43 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जेपी नड्डा और अमित शाह. (फाइल फोटो-PTI)

Gujarat Election 2022: बीजेपी नेताओं ने राज्य कार्यकारिणी की बैठक में आने वाले गुजरात विधानसभा चुनावों के लिए अहम रणनीति तैयार की है. पार्टी राज्य में जनसंपर्क अभियान तेज करने वाली है.

डीएनए हिंदी: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेताओं ने शनिवार को राज्य कार्यकारिणी की बैठक के दौरान आगामी गुजरात चुनाव (Gujarat Assembly Election 2022) में जीत की रणनीति और पार्टी के जनसंपर्क को मजबूत करने के अलग-अलग तरीकों पर चर्चा की. 

केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के गुजरात प्रभारी भूपेंद्र यादव (Bhupender Yadav) ने इस साल दिसंबर में होने वाले चुनाव में बीजेपी की शानदार जीत तय करने की बात कही. पार्टी ने कहा कि प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सीआर पाटिल, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और प्रदेश महासचिव रत्नाकर लगभग 25 वर्षों के अंतराल के बाद सूरत में आयोजित बैठक में शामिल होने वाले पार्टी नेताओं और पदाधिकारियों में शामिल थे. 

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मोदी मैजिक को फिर से गुजरात में भुनाने की कोशिश

बैठक में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए भूपेंद्र यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में पिछले आठ वर्षों में और पिछले 25 वर्षों में गुजरात में 'जनशक्ति और रक्षा ताकत' के मामले में जागरूकता बढ़ी है. अब राज्य में मोदी मैजिक पर एक बार फिर वोटरों को लुभाने की कोशिश की जाएगी.

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2014 के लोकसभा चुनावों में केंद्र में सत्ता में आने से पहले मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया था. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पिछले आठ वर्षों में ज्ञान शक्ति के मामले में देश में 'जबरदस्त परिवर्तन' हुआ है और शिक्षा के क्षेत्र में देश की प्रगति के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया. 

अनोखे प्रयोग की ओर बढ़ रही है बीजेपी

गुजरात बीजेपी की 'एक दिवस एक जिला' पहल देश में पहला प्रयोग है, जिसे राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में प्रधानमंत्री ने सराहा था और इसे एक राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम बनाने का आह्वान किया गया. 'एक दिवस, एक जिला' अभियान का उद्देश्य जमीनी स्तर पर ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच बनाना है. 

चुनाव प्रचार के बारे में पाटिल ने कहा कि उन्होंने गुजरात भर में 841 कार्यक्रम आयोजित करने के लिए पिछले दो वर्षों में 1.32 लाख किलोमीटर की यात्रा की है. उन्होंने कहा कि यह दूरी तीन बार पृथ्वी की परिक्रमा करने के बराबर है. 

उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीनों में मोदी की पांच बड़ी रैलियों में लगभग 15 लाख लोग शामिल हुए हैं. उन्होंने कहा कि राज्य को 'डबल इंजन' की सरकार से फायदा हुआ है, जिससे किसानों को उनकी फसलों के अच्छे दाम मिल रहे हैं.

वंदे गुजरात अभियान पर भी बीजेपी का जोर

राज्य के कैबिनेट मंत्री जीतू वघानी ने पिछले 20 वर्षों में बीजेपी सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों को प्रदर्शित करके मतदाताओं तक पहुंचने के लिए 'वंदे गुजरात' अभियान के बारे में बात की. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने पांच जुलाई को 'वंदे गुजरात रथ' को हरी झंडी दिखाकर कृषि, उद्योग, ग्रामीण क्षेत्रों, आदिवासी विकास आदि क्षेत्रों में 2,500 से अधिक परियोजनाओं को प्रदर्शित किया. 

कैसे चुनाव में होंगे सियासी समीकरण?

2017 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने 182 सदस्यीय सदन में 99 सीटें जीती थीं और उसे 2012 के चुनावों की तुलना में 16 सीटों का नुकसान हुआ था. कांग्रेस ने 2012 के अपने आंकड़े में 16 सीटों का सुधार करके 77 सीटें जीती थीं. इस बार आम आदमी पार्टी (AAP) बीजेपी के गढ़ और प्रधानमंत्री मोदी के गृह राज्य में पार्टी के लिए मुख्य चुनौती के रूप में उभरने की कोशिश कर रही है.
 

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