डीएनए हिंदी: गुजरात (Gujarat) में जहरीली शराब (Spurious Liquor) पीने से कम से कम 33 लोगों की मौत हो गई है. मंगलवार को गुजरात पुलिस (Gujarat Police) ने कम से कम 14 लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया है. सोमवार की सुबह अवैध शराब (Hooch Tragedy) के पहले पीड़ित को बोटाद जिले के बरवाला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया. 24 घंटे बाद बरवाला थाने में 14 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. 83 लोग गंभीर रूप से बीमार हैं.
फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) की रिपोर्ट का जिक्र करते हुए FIR में कहा गया है, 'पीड़ितों ने जिस शराब का सेवन किया था उसमें 'K' और 'LL' मिथाइल अल्कोहल 98.71 और 98.99 प्रतिशत तक था.' इसी वजह से शराब जहरीली हो गई.
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किस गांव में हुई है सबसे ज्यादा मौत?
बरवाला थाने के प्रभारी उप निरीक्षक बीजी वाला की ओर से दर्ज FIR के मुताबिक, बोटाद जिले के रोजिड गांव के 9 लोगों की अवैध शराब पीने से मौत हो गई है जबकि बाकी मृतक बोटाड और अहमदाबाद जिले के अन्य गांवों के रहने वाले थे.
पुलिस के सामने ऐसे खुली जहरीली शराब की साजिश
FIR के मुताबिक एक आरोपी पिंटू राशिखाई ने पुलिस के सामने स्वीकार किया कि उसने विनोद भीखाभाई, संजय भीखाभाई और हरेश वाला से 200 लीटर केमिकल खरीदा था जिसमें उसने पानी मिलाया और पांच-पांच लीटर के प्लास्टिक बैग में पैक किया.
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FIR में कहा गया है कि पिंटू ने इसे बूटलेगर्स, रोजिड गांव के गजुबेन, रणपुरी गांव के जतुभाई, वैया गांव के भान नारन और विजय पाढिया को बेचा था. शिकायतकर्ता ने यह भी कहा कि विनोद और संजय ने एक मिनी ट्रक मालिक राजूभाई से यह रसायन खरीदा था. धंधुका कस्बे के पास 600 लीटर केमिकल स्टॉक पहुंचाया गया. पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है.
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