गुजरात में बारिश का तांडव, अब तक 32 लोगों की मौत, बाढ़ की चपेट में 18 जिले, हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू

Written By रईश खान | Updated: Aug 30, 2024, 12:19 AM IST

gujarat flood

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल से बात की और स्थिति का जायजा लिया. उन्होंने सीएम से बाढ़ के बाद बीमारियों को फैलने से रोकने के लिए उचित कदम उठाने को भी कहा है.

गुजरात में भारी बारिश की वजह से 18 से ज्यादा जिले बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. राज्य में अब तक 32 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. हालात ऐसे हो गए हैं कि हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू करना पड़ रहा है. अधिकारी राहत एवं बचाव अभियान जारी रखे हुए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार दूसरे दिन राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से बात की और स्थिति का जायजा लिया.

पीएम मोदी ने सीएम भूपेंद्र पटेल से बाढ़ के बाद बीमारियों को फैलने से रोकने के लिए उचित कदम उठाने को भी कहा है. अधिकारियों ने बताया कि गुजरात में पिछले 3 दिनों में बारिश से संबंधित घटनाओं में 28 लोगों की मौत हो गई. राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (एसईओसी) की अद्यतन जानकारी में बताया गया कि गुजरात के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से 18,000 से अधिक लोगों को स्थानांतरित और लगभग 1,200 लोगों को बचाया गया है.

हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू 
सुरक्षाबलों ने कुछ लोगों को हेलीकॉप्टर के जरिए सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया. हाल ही में हुई भारी बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित शहर वडोदरा में स्थिति में थोड़ा सुधार हुआ क्योंकि विश्वामित्री नदी का जलस्तर सुबह 37 फुट से घटकर 32 फुट रह गया. हालांकि, शहर के कई निचले इलाके अभी भी जलमग्न हैं. भारी बारिश और अजवा बांध से पानी छोड़े जाने के कारण मंगलवार को सुबह विश्वामित्री नदी का जलस्तर 25 फुट के खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया था.

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट में कहा, 'गुजरात में पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है. पीएम मोदी ने आज लगातार दूसरे दिन मुझे फोन किया और स्थिति के बारे में जानकारी ली.' उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने विश्वामित्री नदी में आई बाढ़ पर चिंता जताई और वडोदरा के लोगों के लिए राहत और बचाव के उपायों के बारे में भी जाना.' 

कहां कितनी हुई बारिश
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, इस अवधि के दौरान गुजरात के 20 तालुका में 100 मिमी से अधिक वर्षा हुई. कच्छ के मांडवी तालुका में सुबह 10 बजे तक चार घंटों में 101 मिमी बारिश हुई. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सौराष्ट्र और कच्छ के तटीय इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना जताई. अधिकारियों ने बताया कि स्थानीय प्रशासन के साथ राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ), सेना, भारतीय वायु सेना और भारतीय तटरक्षक बल के साथ मिलकर राज्य के सबसे ज्यादा बाढ़ प्रभावित इलाके वडोदरा, द्वारका, जामनगर, राजकोट और कच्छ में राहत और बचाव कार्य संचालित कर रहे हैं. (इनपुट- PTI)

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