डीएनए हिंदी: हरियाणा के गुरुग्राम में मॉडल दिव्या पाहुजा की हत्याकांड में बड़ा खुलासा हुआ है. पुलिस को पूछताछ में आरोपी अभिजीत सिंह ने बताया कि दिव्या की हत्या करने के बाद वह 6 घंटे तक उसके शव के पास बैठा रहा था. पुलिस ने बताया कि 2 जनवरी की रात होटल सिटी प्वाइंट के मालिक अभिजीत ने दिव्या पाहुजा की सिर में गोली मारकर हत्या कर दी थी. हत्या के बाद उसके शव को कहीं फेंक आया. 3 दिन बीत गए हैं लेकिन पुलिस अभी तक दिव्या के शव को बरामद नहीं कर सकी है.
पुलिस के अनुसार, अभिजीत और दिव्या के बीच गुरुग्राम के होटल में 2 जनवरी को झगड़ा हुआ था, जिसके बाद उसने नशे की हालत में अवैध पिस्तौल से उसके सिर में गोली मार दी. यह घटना अभिजीत के ही होटल सिटी पॉइंट में हुई. दिव्या उसी होटल के कमरा नंबर 111 में ठहरी थी, जहां अभिजीत ने उसकी हत्या कर दी. इसके बाद उसने शव के साथ होटल के उस कमरे में लगभग छह घंटे बिताए. पूछताछ के दौरान अभिजीत ने पुलिस को बताया कि दिव्या के पास उसकी कुछ आपत्तिजनक तस्वीरें थीं और वह उसे ब्लैकमेल करने के साथ-साथ उससे पैसे भी वसूल रही थी.
आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने दिव्या से उन आपत्तिजनक तस्वीरों को मोबाइल से डिलीट करने के लिए कहा और उसके मोबाइल का पासवर्ड मांगा. मगर उसने ऐसा करने से इनकार कर दिया. इसको लेकर उसकी काफी बहस हुई, जिसके बाद उसने दिव्या पर गोली चला दी. गुरुग्राम पुलिस को हत्या के मामले में कथित संलिप्तता के लिए गुरुवार को अभिजीत और उसके दो सहयोगियों ओम प्रकाश और हेमराज की पांच दिन की रिमांड मिली है. पुलिस के मुताबिक, ओम प्रकाश और हेमराज सिटी प्वाइंट होटल में काम करते थे.
पुलिस उपायुक्त विजय प्रताप सिंह (अपराध) ने कहा, 'कुछ आपत्तिजनक तस्वीरों को लेकर अभिजीत और दिव्या के बीच बहस के बाद अभिजीत ने दिव्या के सिर में गोली मार दी. इसके बाद वह ओम प्रकाश और हेमराज की मदद से दिव्या के शव को खींचकर बीएमडब्ल्यू कार की डिक्की में ले गया. फिर अभिजीत ने लगभग 1.5 किमी तक गाड़ी चलाई और कार की चाबियां बलराज और रवि बंगा नामक अपने साथियों को सौंप दीं, जो शव को ठिकाने लगाने के लिए कार को पंजाब की ओर ले गए.'
शाम करीब 5 बजे हुई हत्या
आशंका जताई जा रही है कि दिव्या की लाश को पंजाब में कहीं फेंक दिया गया है. बाद में जब पुलिस ने जब बरामद हुई बीएमडब्ल्यू कार की डिग्गी खोली तो उसमें शव नहीं मिला. पुलिस ने बताया कि दिव्या की हत्या 2 जनवरी की शाम करीब 5 बजे की गई थी और रात करीब 11 बजे अभिजीत ने युवती के बेजान शरीर को ठिकाने लगाने के लिए ओम प्रकाश और हेमराज से मदद मांगी. संदेह होने पर होटल के रिसेप्शन डेस्क पर मौजूद एक व्यक्ति ने रात 9 बजे के आसपास पुलिस को सूचित किया.
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CCTV शव ले जाते दिख रहे आरोपी
डीसीपी ने कहा कि पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला और कमरा नंबर 114 की जांच करने के बाद वापस चली गई. यह कमरा अभिजीत के नाम पर बुक किया गया था. उन्होंने कहा कि लेकिन दिव्या की बहन नैना से कुछ जानकारी मिलने के बाद पुलिस रात 11 बजे के बाद फिर से होटल गई. पुलिस को पूरे होटल और कमरा नंबर 111 की तलाशी लेने के बाद दिव्या के खून के धब्बे और अन्य वस्तुएं मिलीं. पुलिस अधिकारी ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज में देखा गया कि अभिजीत सहित तीन लोगों ने दिव्या के शव को बीएमडब्ल्यू कार की डिग्गी में खींच लिया और अभिजीत कार लेकर चला गया. बाद में वह होटल लौट आया लेकिन कार के बिना. पुलिस ने अभिजीत और उसके दो सहयोगियों को पकड़ लिया है.
SIT करेगी जांच
अभिजीत ने 1989 में एनआईटी कुरुक्षेत्र से अपनी इंजीनियरिंग पूरी की. उसने हाल ही में होटल व्यवसाय में कदम रखा है. डीसीपी ने कहा कि हमें अभिजीत के कुछ आपराधिक रिकॉर्ड भी मिले. उसके खिलाफ लड़ाई-झगड़े का एक मामला गुरुग्राम के सेक्टर 14 पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था, जबकि शस्त्र अधिनियम का एक और मामला दिल्ली पुलिस में दर्ज किया गया था. इस मामले की जांच के लिए अब SIT गठित कर दी गई है. एसआईटी में डीसीपी क्राइम, सेक्टर-17 क्राइम ब्रांच के इंचार्ज इंस्पेक्टर अनिल और थाना प्रभारी सेक्टर-14 शामिल हैं. (PTI इनपुट के साथ)
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