Gyanvapi Mosque Case Live: मस्जिद में सर्वे का काम जारी, तहखाने की चाबी नहीं दे रहा मुस्लिम पक्ष

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Aug 05, 2023, 01:12 PM IST

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Gyanvapi Masjid Case Latest News: ज्ञानवापी मस्जिद के तालाबा में मिली शिवलिंग जैसी आकृति को हिंदू पक्ष ने आदि विश्वेश्वर शिवलिंग बताया है. साथ ही श्रावण मास के कारण उसकी पूजा करने की अनुमति मांगी है.

डीएनए हिंदी: Gyanvapi Mosque ASI Survey- उत्तर प्रदेश के वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम से सटी ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Masjid) के सर्वेक्षण का शनिवार (5 अगस्त) को दूसरा दिन है. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीमें मस्जिद में पहुंच गई हैं. उधर, मस्जिद परिसर के वजू तालाब में मिली शिवलिंग जैसी आकृति की पूजा की अनुमति पर भी आज से सुनवाई शुरू हो रही है. हिंदू पक्ष ने इसे प्राचीन आदि विश्वेश्वर शिवलिंग बताया है, जबकि मुस्लिम पक्ष इसे वजू तालाब का फव्वारा बताकर पूजा की अनुमति का विरोध कर रहा है. वाराणसी की अदालत में आज इस केस पर सुनवाई शुरू होगी.

यहां पढ़ें Live Updates-

- तहखाना खोलकर सर्वे के लिए सफाई कराना चाहती है ASI टीम

ASI टीम ने ज्ञानवापी परिसर के तहखाने को खोलने का आग्रह मुस्लिम पक्ष से किया है, जिस पर मुस्लिम पक्ष ने इंकार कर दिया है. ASI टीम का कहना है कि तहखाने में गंदगी और मलबे का ढेर है, जिसे साफ कराने के बाद ही लंबाई-चौड़ाई मापने का काम हो पाएगा. ASI टीम के मुताबिक, शुक्रवार को भी मुस्लिम पक्ष ने तहखाने की चाबी नहीं दी थी. उधर, मुस्लिम पक्ष के वकील मुमताज अहमद का कहना है कि हम सर्वे में पूरा सहयोग कर रहे हैं. अभी टीम ऊपर के हिस्से में सर्वे कर रही है. हम तहखाने की चाबी क्यों दें? उनको जहां खोलना है, वह खोल लेंगे. 

- निरहुआ बोले- सच आना चाहिए सामने

भोजपुरी कलाकार और आजमगढ़ से भाजपा सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ भी शनिवार को वाराणसी पहुंचे हैं. इस दौरान उन्होंने ज्ञानवापी मस्जिद पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान का समर्थन किया है. योगी ने कहा था कि मंदिर की जगह बने ढांचे को मस्जिद कहेंगे तो विवाद ही होगा. निरहुआ ने कहा, सच की जांच होनी चाहिए. पहले मौजूद ढांचे को जबरन तोड़ा गया. इसी की जांच सर्वे टीम कर रही है. इससे सामने आए सच पर किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए. 

- मस्जिद का ताला खुलने पर अंदर गई ASI टीम

विवादित परिसर के अंदर मस्जिद पर लगे ताले को उसके केयरटेकर एजाज अहमद ने खोल दिया है. इसके बाद ASI टीम अंदर चली गई हैं. मस्जिद के अंदर टीम आज सर्वे करेगी. इस दौरान ढांचे की उम्र का भी आकलन किया जाएगा. इसमें मंदिर की दीवार होने के दावे वाले हिस्सा की उम्र अलग आंकी जाएगी, जबकि उसके ऊपर जो हिस्सा मस्जिद के तौर पर बनाए जाने का दावा हिंदू पक्ष कर रहा है. उसकी उम्र अलग परखी जाएगी.

- हिंदू पक्ष की वादी सीता साहू भी पहुंची हैं सर्वे में भाग लेने

सर्वे के दौरान हिंदू पक्ष की तरफ से मुकदमा दाखिल करने वाली एक महिला वादी सीता साहू भी ज्ञानवापी परिसर में पहुंची हैं. उन्होंने ही दावा किया हुआ है कि 1669 में औरंगजेब ने मंदिर को ध्वस्त कराकर उसके ढांचे को मस्जिद में बदलवाया था. 

- हिंदू पक्ष बोला- कोर्ट आदेश करा रहा मुस्लिमों से सहयोग

मुस्लिम पक्ष की तरफ से सर्वे में पूरे सहयोग के दावे पर हिंदू पक्ष तंज कसा है. हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा, वे (मुस्लिम पक्ष) हमारा समर्थन नहीं कर रहे हैं. यह कोर्ट ऑर्डर है, जिसके कारण वे यहां खड़े हैं. वे तीन अदालतों में लड़े हैं, जब वे नहीं जीत सके तब यहां आए हैं. 

- मुस्लिम पक्ष ने कहा- हमारी तरफ से पूरा सहयोग

ज्ञानवापी मस्जिद परिस केस में मुस्लिम पक्ष ने ASI सर्वे में पूरा सहयोग देने की बात कही है. अंजुमन कमेटी के वकील मुमताज अहमद ने कहा, हम इसका (सर्वे का) पूरा समर्थन करेंगे. 

- सुरक्षा के किए गए हैं कड़े इंतजाम

ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वेक्षण के कारण तनाव का माहौल बना हुआ है. सर्वेक्षण का विरोध होने की संभावना को देखते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस ने मस्जिद के आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं. इलाके में अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है.

- दूसरे दिन सर्वे करने के लिए पहुंच गई ASI की टीम

ASI)के अधिकारी सर्वे करने के लिए दूसरे दिन ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में पहुंच गए हैं. कोर्ट के आदेश पर परिसर का वैज्ञानिक सर्वेक्षण शुक्रवार को शुरू हुआ था. इस सर्वे का मकसद यह जानना है कि मस्जिद से पहले इस जगह पर क्या मौजूद था? क्या मस्जिद का निर्माण मंदिर के ढांचे पर किया गया है?

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