हल्द्वानी हिंसा को लेकर पुलिस की ओर से लगातार कार्रवाई जारी है. इस बीच हल्द्वानी हिंसा के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है. अब्दुल मलिक और उसके बेटे अब्दुल मोईद समेत 5 आरोपियों की संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई पूरी हो चुकी है. कुर्की में पुलिस को कई बेशकीमती सामान मिले हैं. पुलिस ने हल्द्वानी हिंसा मामले में फरार चल रहे अब्दुल मलिक, उसके बेटे अब्दुल मोईद, पूर्व पार्षद शकील अंसारी, मौकिन सैफी, वसीम उर्फ हप्पा, एजाज अहमद, तसलीम, जियाउल रहमान और रईद उर्फ दत्तू को पहले ही वांटेड घोषित कर दिया था.
न्यायालय से कुर्की का आदेश मिलने के बाद हल्द्वानी नगर निगम की टीम पुलिसबल के साथ शुक्रवार को आरोपियों के घर पहुंच गई. नगर निगम की टीम ने कुर्की की कार्रवाई कर घर में रखा सारा सामान कब्जे में लेकर चले गए. बताया जा रहा है कि कुर्की में पुलिस को अब्दुल मलिक और उसके बेटे अब्दुल मोईद के घर से काफी सोना-चांदी और बेशकीमती सामान मिले हैं.
इसे भी पढ़ें- Farmers protest Live: 21 मार्च को Delhi कूच करेंगे किसान, अगर केंद्र से नहीं बनी सहमति, 2 दिन करेंगे मंथन
अब्दुल मलिक के घर से मिले महंगे सामान
बरामद हुए सामान की कीमत करोड़ों में बताई जा रही है. इनमें से विदेशी घड़ियां, महंगे परफ्यूम, कीमती फर्नीचर के अलावा क्रॉकरी और गाड़ियां शामिल है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कुर्की में अब्दुल मलिक के घर से विदेशी मुद्राएं भी मिली हैं. ये मुद्राएं बांग्लादेश, नेपाल और सऊदी अरब की बताई जा रही हैं. मलिक और उसके बेटे ने घर में जिम भी बना रखा था. इस जिम में मौजूद तमाम सामान भी पुलिस ने जब्त कर लिया है. जानकारी के लिए बता दें कि पुलिस ने हिंसा में शामिल फरार चल रहे वसीम, रईस और तस्लीम के घरों की भी कुर्की की है.
फरार नौ उपद्रवियों के पोस्टर जारी
अब्दुल मलिक के साथ बेटे को भी पुलिस 8 फरवरी से तलाश कर रही है. ऐसे में पुलिस ने दोनों को भगोड़ा घोषित कर दिया.इस बीच पुलिस ने फरार नौ उपद्रवियों के पोस्टर जारी किए गए हैं. जानकारी के लिए बता दें कि 8 फरवरी के दिन दंगा करने के आरोप में तीन मुकदमे दर्ज हुए थे. मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस प्रशासन ने कार्रवाई की और करीबन 44 आरोपियों को गिरफ्तार किया. मामले की सुनवाई करते हुए अदालत ने कुर्की का आदेश दिया.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.