लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों के बाद से इंडिया ब्लॉक के घटक दलों के बीच जबरदस्त एकता देखी गई. लेकिन ये एकता कमजोर पड़ती दिख रही है. दरअसल राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में सपा चाहती है कि कांग्रेस इंडिया गठबंधन के बैनर के तले चुनाव लड़े, और अपने बड़े घटक दलों का भी सीट शेयरिंग के दैरान ख्याल रखे. जबकि कांग्रेस हरियाणा और महाराष्ट्र में सपा के साथ बिल्कुल सीट शेयरिंग नहीं करना चाहती है.
क्या है चुनावी समीकरण?
कांग्रेस केंद्रीय नेतृत्व हो या राज्य स्तर की लीडरशिप दोनों ही सपा के साथ सीटों का बंटवारा करने के खिलाफ हैं. हरियाणा कांग्रेस नेतृत्व ने सपा के साथ चुनाव में जाने को लेकर साफ इंकार कर दिया है. दरअसल यूपी में 10 सीटों पर विधानसभा के उपचुनाव हो रहे हैं. यूपी में लोकसभा चुनाव के दौरान सपा का प्रदर्शन बेहतर था, सपा के बढ़े हुए जनाधार को देखते हुए कांग्रेस यूपी उप चुनाव में सपा के साथ सीट शेयर करके चुनाव में जाना चाहती है. वहीं सपा चाहती है कि कांग्रेस यदि यूपी में साथ मिलकर चुनाव लड़ना चाह रही है तो हरियाणा और महाराष्ट्र में भी साथ मिलकर चुनाव लड़े.
यह भी पढ़ें: J&K Assembly Election 2024 : आम आदमी पार्टी ने जारी की 7 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट, 40 स्टार कैंपेनर्स भी बताए
सपा इन सीटों पर ठोक रही अपना दांव
सपा की मंशा को देखते ही हरियाणा कांग्रेस के नाताओं ने साफ कर दिया कि वो राज्य में अकेले दम पर चुनाव में जाना चाहते हैं. स्थिति को देखते हुए सपा ने भी हरियाणा में अपने प्रत्याशी अलग से उतारने का फैसला किया है. चुनावी जानकारों के मुताबिक सपा हरियाणा में अहिरवाल और मेवात के इलाके में आने वाली पांच सीटों पर अपना दावा ठोंक रही है. ये इलाके दक्षिण हरियाणा में आते हैं. इन इलाकों को मुस्लिम-यादव बाहुल्य माना जाता है.
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.