हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Assembly Elections) के लिए अब 1 अक्तूबर के बजाय 5 अक्तूबर को मतदान होंगे. शनिवार को चुनाव आयोग ने तारीखों में बदलाव की घोषणा की है.आसोज अमावस्या और छुट्टियों की वजह से लॉन्ग वीकेंड पड़ने वाला था. ऐसे में राजनीतिक पार्टियों को शहरी मतदाताओं के घर से नहीं निकलने की आशंका सता रही थी. आसोज अमावस्या त्योहार के उत्सव के लिए बड़ी संख्या में लोगों के प्रदेश से बाहर जाने की वजह से भी वोटिंग पर असर पड़ने का डर था.
बिश्नोई समाज के लिए बड़ा त्योहार होता है आसोज अमावस्या
चुनाव आयोग ने हरियाणा में चुनाव (Haryana Elections 2024) की तारीखों में बदलाव की जानकारी देते हुए कहा कि इस बार 2 अक्टूबर को आसोज अमावस्या पड़ रही है. इस दिन बिश्नोई समाज अपने गुरु जाम्भेश्वर की याद में उत्सव मनाने के लिए बीकानेर पहुंचते हैं. यह परंपरा सदियों से चलती आ रही है और इसे देखते हुए राजस्थान, हरियाणा के अलग-अलग हिस्सों से समाज के प्रतिनिधियों ने चुनाव तारीख में बदलाव की मांग की थी. बीजेपी और आईएनएलडी की ओर से भी इस मांग का समर्थन किया गया था. इसे देखते हुए आयोग ने तारीख बदलने का फैसला लिया है.
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6 दिन की छुट्टियों से प्रभावित हो सकता था मतदान
आसोज अमावस्या और 2 अक्टूबर को छुट्टी होने और फिर वीकेंड की वजह से काफी लोग शहर से बाहर जा सकते थे. ऐसे में मतदान प्रतिशत कम रहने की आशंका थी. 30 सितंबर को सोमवार है और अगर 1 को मतदान होता तो लोगों को मंगलवार की छुट्टी मिलती और 2 तारीख को राष्ट्रीय अवकाश होता है.
ऐसे में 6 दिनों का लंबा वीकेंड पड़ने पर बड़ी संख्या में लोग शहर या गांव से बाहर जा सकते थे. इसके अलावा, बिश्नोई समाज के वोट बैंक और उनके सबसे बड़े त्योहार को देखते हुए भी पार्टियां तारीखों में बदलाव की मांग कर रही थीं. अब 5 तारीख को मतदान होंगे और 8 को वोटों की गिनती की जाएगी.
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