हरियाणा विधानसभा चुनाव के परिणाम ने बीजेपी को राष्ट्रीय राजनीति में एक नई ‘सजीवन बूटी’ दे दी है. लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम बीजेपी की उम्मीदों के मुताबिक नहीं थे. उस चुनाव परिणाम के बाद कार्यकर्ता और समर्थकों में भी निराशा देखी गई थी, क्योंकि 400 पार का नारा था और पार्टी 250 भी क्रॉस नहीं कर सकी थी. हालांकि पार्टी फिर से तीसरी बार सत्ता में आयी और पीएम मोदी अपने थर्ड टर्म के लिए पीएम बने.
हरियाणा विधानसभा चुनाव के परिणाम ने बीजेपी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों के बीच उत्साह एक नई लहर पैदा कर दी है. हरियाणा को लेकर राजनीतिक जानकारों और एग्जिट पोल्स की ओर से कांग्रेस को जीतता हुआ दिखाया जा रहा था. कहा जा रहा था कि कांग्रेस राज्य में एक बड़ी जीत को हासिल करेगी, लेकिन नतीजों में बाजी पलट गई और बीजेपी को पूर्ण बहुमत की प्राप्ति हुई. आइए बीजेपी द्वारा बाजी पलटने वाली प्रमुख वजहों को 5 पॉइंट्स में समझते हैं.
पुरानी गलतियों को सुधारा
बीजेपी ने अपनी पुरानी गलतियों को दुरुस्त किया. संगठन स्तर की कई सारे मिसमैनेजमेंट को सही किया गया. खुद बीजेपी के कई नेताओं ने लोकसभा चुनाव के बाद स्वीकार किया कि चुनाव की तैयारियों में कई गलतियाँ हुई हैं और हम आगे से उसका ध्यान रखेंगे.
कांग्रेस का काउंटर
हरियाणा में कांग्रेस की तरफ से अग्निवीर को बड़ा मुद्दा बनाया गया. हरियाणा वो राज्य है जहां से बड़ी संख्या में लोग फौज़ में जाते हैं. बीजेपी ने कांग्रेस का काउंटर करते हुए अपने घोषणापत्र में कहा की अग्निवीर को सरकारी नौकरी दी जाएगी.
सभी बिरादरी को साधने की कोशिश
हरियाणा में 36 बिरादरी को साथ लेकर चलना बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है. बीजेपी ने इस फैक्टर को ध्यान में रखकर टिकट वितरण किया. ये फैक्टर भी बीजेपी के पक्ष में गया.
बिना रिश्वत सरकारी नौकरियां
बीजेपी लगातार कहती रही कि पिछले 10 सालों में बीजेपी ने खर्ची पर्ची का सिस्टम खत्म किया है. यानी बिना सिफारिश और बिना रिश्वत के लोगों को सरकारी नौकरी दी है.
पार्टी अधिकारियों को बदला
बीजेपी पार्टी के ऐसे अधिकारी जो प्रदर्शन नहीं कर पा रहे थे, उन्हें बदलकर नए और सक्षम लोगों के हाथ में बागडोर सौंपी गई.
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