Farmers Protest: कुरुक्षेत्र में MSP पर घमासान, किसानों ने दिल्ली-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे किया जाम, राकेश टिकैत ने रखी ये मांगें

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jun 12, 2023, 05:05 PM IST

Farmer Protest Haryana

Farmer Protest Haryana: किसानों की मांग है कि सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर सूरजमुखी के बीज खरीदना शुरू करे.

डीएनए हिंदी: हरियाणा में न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर सूरजमुखी की खरीद को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है. किसानों ने इस मामले में आज कुरुक्षेत्र में महापंचायत बुलाई. इसमें सरकार को भी बातचीत के लिए बुलाया गया था. लेकिन सरकार की तरफ से कोई भी इस महापंचायत में नहीं पहुंचा. जिसके बाद किसान भड़क गए और उन्होंने पिपली में दिल्ली-चंडीगढ़-अमृतसर नेशनल हाइवे जाम कर दिया है. ऐसे में हालात फिर से तनावपूर्ण होते नजर आ रहे हैं. इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत का बयान आया है. उन्होंने कहा कि हमने हाइवे जाम नहीं किया है, हम तो केवल यहां बैठे हैं.

इस महापंचायत में विभिन्न खाप के नेताओं और भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत के अलावा, भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे ओलंपिक पदक विजेता पहलवान बजरंग पूनिया भी मौजूद थे. भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) द्वारा बुलाई गई "एमएसपी दिलाओ, किसान बचाओ महापंचायत" पिपली में राष्ट्रीय राजमार्ग 44 के पास एक अनाज मंडी में आयोजित की गई थी. 

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राकेश टिकैत ने सरकार के सामने रखी ये मांगें
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हमारी दे मांगें हैं. पहली जो किसान गिरफ्तार किए गए हैं उन्हें रिहा किया जाए. दूसरी सपकार MSP पर सूरजमुखी की खरीद शुरू करे. हम सरकार से बातचीत के लिए तैयार हैं. इसी मकसद से आज हम कुरुक्षेत्र में एकत्रित हुए थे. उन्होंने कहा कि सरकार को भी इसमें बातचीत के लिए बुलाया गया था लेकिन उनकी तरफ से कोई नहीं पहुंचा. महापंचायत के बाद किसानों ने चंडीगढ़-दिल्ली नेशनल हाइवे को जाम कर दिया. किसान सड़क पर दोनों तरफ ट्रैक्टर लगाकर वहीं बैठ गए हैं.

पुलिस हिरासत में कई किसान नेता
बता दें कि इस हाइवे को कुछ दिन पहले भी किसानों ने यह मांग करते हुए जाम कर दिया था कि सरकार सूरजमुखी के बीज एमएसपी पर खरीदे. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछार का इस्तेमाल किया था और लाठीचार्ज किया था. बाद में बीकेयू (चढूनी) के अध्यक्ष सहित इसके 9 नेताओं को दंगा और गैर-कानूनी सभा सहित विभिन्न आरोपों में गिरफ्तार किया गया था. महापंचायत को संबोधित करते हुए कुछ किसान नेताओं ने सरकार की उसकी किसान विरोधी नीतियों और किसान नेताओं के खिलाफ पुलिस कार्रवाई के लिए आलोचना की.

उन्होंने मांग की कि सरकार एमएसपी पर सूरजमुखी के बीज खरीदे और हाल ही में शाहाबाद में गिरफ्तार किए गए प्रदर्शनकारियों को रिहा किया जाए. किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. बीकेयू नेताओं ने महापंचायत को सुचारू रूप से आयोजित करने के लिए रविवार रात वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की.

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किसान 6400 रुपये प्रति क्विंटल की कर रहे मांग
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शनिवार को 36,414 एकड़ में उगने वाले सूरजमुखी के लिए 8,528 किसानों को अंतरिम मुआवजे के रूप में 29.13 करोड़ रुपये जारी किए थे. किसान मांग कर रहे हैं कि राज्य सरकार सूरजमुखी को 6,400 रुपये प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदे. भावांतर भरपाई योजना के तहत राज्य सरकार एमएसपी से नीचे बेची जाने वाली सूरजमुखी की फसल के लिए अंतरिम समर्थन के रूप में 1,000 रुपये प्रति क्विंटल दे रही है.

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