डीएनए हिंदी: मानसून आने के साथ ही उत्तर भारत के ज्यादातर राज्यों में तबाही मच गई है. पहाड़ी राज्यों जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में जमकर बारिश हो रही है. इसके चलते भूस्खलन की घटनाएं बढ़ गई हैं. यही वजह है कि जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाइवे दो दिन से बंद है. दूसरी तरफ हिमाचल प्रदेश में भी भूस्खलन की घटनाओं के चलते जगह-जगह कई पर्यटक फंस गए हैं. स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग लोगों को बचाने और रास्ता चालू करने में तेजी से जुटा हुआ है. हिमाचल प्रदेश में 30 से ज्यादा छात्रों को सुरक्षित निकाला गया है. दूसरी तरफ, दिल्ली-एनसीआर में भी भारी बारिश से कई जगहों पर जलभराव हो गया है और लोगों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
जम्मू-कश्मीर ट्रैफिक पुलिस ने कहा, 'एनएच-44 अभी भी बंद है. रत्ता छंब में भूस्खलन के कारण मुगल रोड फिर से बाधित हो गया है. लोगों को ट्रैफिक कंट्रोल यूनिट (टीसीयू) से पुष्टि के बिना यात्रा न करने की सलाह दी जाती है.' ट्रैफिक पुलिस ने आगे कहा कि रास्ते पर यातायात बहाली के लिए अवरोध हटाने का काम जारी है. जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग कश्मीर घाटी की जीवन रेखा है और कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाला मुख्य सड़क संपर्क है. आवश्यक आपूर्ति से लदे कश्मीर जाने वाले ट्रक और अन्य वाहन राजमार्ग से गुजरते हैं और कश्मीर से देश के बाकी हिस्सों के लिए फल ले जाने वाले ट्रक इसी सड़क से होकर गुजरते हैं. सामने आई तस्वीरों में देखा जा सकता है कि सैकड़ों ट्रक रास्ते में फंस गए हैं.
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हिमाचल में फंसे लोगों को बचाया गया
पहाड़ों पर अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण हिमाचल प्रदेश में सड़क संपर्क टूटने के बाद स्पीति से मनाली जा रहे 30 कॉलेज छात्रों को सुरक्षित बचा लिया गया है. जिला प्रशासन को शनिवार शाम को सूचित किया गया कि यह समूह लाहौल उपमंडल में ग्राम्फू और छोटा धर्रा के बीच फंसा हुआ है. वे दो गाड़ियों में सवार थे. एक सरकारी बुलेटिन में कहा गया है कि बचाव अभियान के लिए पुलिस, होम गार्ड और सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) कर्मियों की एक बचाव टीम तैनात की गई थी.
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बर्फबारी की संभावना के साथ भारी बारिश के कारण सरकार ने शनिवार को दो सप्ताह तक चलने वाली श्रीखंड महादेव तीर्थयात्रा को सोमवार तक रोक दिया है. यह यात्रा अमरनाथ से भी कठिन मानी जाती है. एक दिन पहले तीन श्रद्धालु यात्रा के दौरान फिसल गए थे. पुलिस उपाधीक्षक चन्द्रशेखर कायथ ने मीडिया को बताया कि बचाव दल ने एक शव बरामद किया, जबकि दो लापता हैं. उन्होंने कहा कि खराब मौसम के कारण तलाशी अभियान में बाधा आ रही है.
भारी बारिश के चलते ब्यास नदी का जलस्तर काफी ज्यादा बढ़ गया है. कुल्लू और मनाली को जोड़ने वाले नेशनल हाइवे 3 पर भी ट्रैफिक रोक दिया गया है. हिमाचल प्रदेश में शिमला कालका-हेरिटेड रेल ट्रैक पर पेड़ गिरने के चलते इसे भी रोक दिया गया है. भूस्खलन की वजह से भी कई जगहों पर ट्रैक प्रभावित हुआ है. उत्तराखंड में भी कई जगहों पर भारी बारिश के चलते जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है.
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भारी बारिश में बह गए सेना के दो जवान
जम्मू-कश्मीर के पुंछ में पोशाना नदी में सेना के दो जवान भारी बारिश के पानी में बह गए. सेना की ओर से बताया गया है कि नायब सुबेदार कुलदीप सिंह नदी पार कर रहे थे उसी वक्त नदी के तेज बहाव में वह खुद भी बह गए. दोनों जवानों की तलाश और रेस्क्यू के लिए सेना का ऑपरेशन जारी है. वहीं, भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से अमरनाथ यात्रा को भी रोक दिया गया है.
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