डीएनए हिंदी: खनन और जमीन घोटाले में गिरफ्तार किए गए झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका मिला है. हेमंत सोरेन को हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट गए हेमंत सोरेन को सुप्रीम कोर्ट ने साफ कह दिया है कि पहले वह झारखंड हाई कोर्ट जाएं. हेमंत सोरेन को गुरुवार को PMLA कोर्ट में पेश किया गया था जहां से उन्हें एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था. अब यह हिरासत 5 और दिनों के लिए बढ़ा दी गई है. हेमंत सोरेन की जगह पर JMM नेता चंपई सोरेन ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है.
सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस बेला एम त्रिवेदी की बेंच ने हेमंत सोरेन को पहले झारखंड हाईकोर्ट जाने को कहा है. हेमंत सोरेन की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल और ईडी की ओर से एडिशनल सॉलिसिटर जनरल एस वी राजू ने पक्ष रखा. हेमंत सोरेन ने 31 जनवरी को झारखंड हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसपर 1 फरवरी को हाई कोर्ट के एक्टिंग चीफ न्यायाधीश जस्टिस एस चंद्रशेखर और जस्टिस अनुभा रावत चौधरी की बेंच में सुनवाई हुई थी.
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हाई कोर्ट से वापस ले ली गई थी याचिका
कोर्ट ने टेक्निकल आधार पर हेमंत सोरेन को कोई राहत देने से इनकार कर दिया था. बेंच ने कहा कि आपने प्रतिवादी (ईडी) को मामले की जानकारी नहीं दी है और न ही उन्हें नोटिस किया गया है. सुनवाई के दौरान ही हेमंत सोरेन ने यह कहते हुए याचिका वापस ली थी कि सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दायर की गई है. अब सोरेन को एक बार फिर हाईकोर्ट का रुख करना पड़ेगा.
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बता दें कि हेमंत सोरेन को ईडी ने 31 जनवरी को आठ घंटे की पूछताछ के बाद रात करीब नौ बजे गिरफ्तार कर लिया था. वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में हैं.
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