हिमाचल के मंडी में आया उत्तराखंड जैसा सैलाब, वीडियो देख याद आ जाएगा 2013 का खौफनाक मंजर

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jul 10, 2023, 08:50 AM IST

Mandi Flash Floods

Mandi Flash Floods: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के कई इलाकों में पहाड़ों से तेजी से नीचे आते सैलाब की वजह से कई घर ढह गए हैं और रिहायशी इलाकों में तबाही मच गई है.

डीएनए हिंदी: इस बार मानसून की बारिश सबसे ज्यादा तबाही हिमाचल प्रदेश में मचा रही है. हिमाचल प्रदेश का मंडी जिला बुरी तरह प्रभावित हुआ है. मंडी जिले में कई जगहों पर पुल, रास्ते और सड़कें बह गई हैं. सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो वायरल हैं जिनमें देखा जा सकता है कि ऊंचाई से बहता हुआ सैलाब तेजी से नीचे आता है और देखते ही देखते कई घर ताश के पत्तों की तरह ढह जाते हैं. इन वीडियो को देखकर उत्तराखंड में साल 2013 में आई तबाही की याद आ जाती है जिसमें सैकड़ों घर पानी में बह गए थे और कई लोग लापता हो गए थे. हिमाचल प्रदेश में ही कई लोगों को बचाया भी गया है और अभी भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने लोगों से अपील की है कि बेहद जरूरी न हो तो कुछ दिनों तक पहाड़ों में न आएं.

हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में रिकॉर्ड तोड़ बारिश के चलते सड़कें धंस गई हैं, कई इलाकों में लैंड स्लाइड हुई है और जगह-जगह पर पहाड़ों से तेजी से बहता हुआ सैलाब आ रहा है जो रिहायशी इलाकों को नुकसान पहुंचा रहा है. हिमाचल प्रदेश में कई अहम ब्रिज भी बह गए हैं जिसके चलते हजारों लोग मुख्य इलाकों से कट गए हैं. आपदा प्रबंधन विभाग, स्थानीय प्रशासन और पुलिस के साथ मिलकर लगातार काम कर रहा है. कई इलाकों में पर्यटक भी फंसे हुए हैं जिन्हें निकालने और सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम तेजी से जारी है.

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देखते ही देखते ढह गए घर
सामने आए वीडियो में देखा जा सकता है कि ऊंची पहाड़ी से बहता हुआ सैलाब तेजी से नीचे की ओर आ रहा है. सबसे आगे पड़ने वाला घर कुछ ही सेकेंड में सैलाब से टकराता है और ताश के पत्तों की तरह ढह जाता है. सैलाब इतना तेज और जोरदारा होता है कि कई घर उसकी चपेट में आते हैं और वह उन्हें भी बहा ले जाता है. आगे जाकर जब उसकी रफ्तार कम हो जाती है तो नुकसान भी घटने लगता है और धीरे-धीरे सैलाब खत्म हो जाता है.

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एक और वीडियो में देखा जा सकता है कि गाढ़ा मलबा और लकड़ी के बड़े-बड़े टुकड़े बहकर रिहायशी इलाके में आ रहे हैं. हालांकि, इनसे किसी के घर को तो नुकसान नहीं पहुंचता है लेकिन गंदा मलबा लोगों के घरों में घुस जाता है और गलियां पूरी तरह से जाम हो जाती हैं. बता दें कि सोलन में रविवार को 135 मिमी बारिश हुई है जिसने की 50 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. इससे पहले 1971 में 105 मिमी बारिश हुई थी.

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