डीएनए हिंदी: दिल्ली में बने नेहरू मेमोरियल का नाम बदला जा चुका है. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने इसका नाम अब प्रधानमंत्री संग्रहालय कर दिया है. इस पर कांग्रेस पार्टी ने जमकर ऐतराज जताया है. अब कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा है कि नेहरू जी की पहचान उनके कर्म हैं, उनका नाम नहीं. राहुल गांधी दो दिन के दौरे पर लद्दाख रवाना हो गए हैं. लद्दाख रवाना होने से पहले राहुल गांधी ने एयरपोर्ट पर मीडिया से बात की है.
राजधानी दिल्ली में पंडित नेहरू के आधिकारिक आवास रहे 3 मूर्ति भवन परिसर में बने नेहरू मेमोरियल म्यूजियम का नाम अब बदला जा चुका है. इसका आदेश जारी होने के तुरंत बाद ही नेहरू म्यूजियम में लगे बोर्ड और गेट के साइन बोर्ड पर इस जगह का नाम बदला जा चुका है जिसकी तस्वीरें भी सामने आ गई हैं. पहले नेहरू मेमोरिलय म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (NMML) के नाम से जानी जाने वाली इस जगह को अब प्रधानमंत्री म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (PMML) के नाम से जाना जाएगा.
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क्या है राहुल गांधी का प्लान?
लद्दाख के दो दिन के दौरे पर गए राहुल गांधी कई कार्यक्रमों में हिस्सा ले सकते हैं. हालांकि, आधिकारिक तौर पर उनके इस दौरे का प्लान जारी नहीं किया गया है. वह लेह में कांग्रेस की बैठकों को संबोधित कर सकते हैं और लेह कांग्रेस के कार्यक्रमों में भी शामिल हो सकते हैं. बता दें कि कुछ दिन पहले ही सदन में चर्चा के दौरान उन्होंने कहा था कि वह भारत जोड़ो यात्रा के दौरान लद्दाख नहीं जा पाए थे लेकिन जल्द की वह लद्दाख जाने वाले हैं.
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इस मामले पर कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने कहा कि नेहरू मेमोरियल का नाम बदलने से एक व्यक्ति ने फिर एकबार अपने छोटेपन का प्रदर्शन किया है. कांग्रेस प्रवक्ता ने पूर्व पीएम अटल बिहारी के वक्तव्य का जिक्र किया जिसमें अटल ने कहा था, 'छोटे मन से कोई बड़ा नहीं बन सकता'. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि दूसरों का नाम मिटाकर खुद को बड़ा करने वाले को देश के लोग महान नहीं मान सकते हैं. गौरव वल्लभ ने कहा कि पिछले 59 साल से कांग्रेस मेमोरियल की लाइब्रेरी का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि लाइब्रेरी से लोग ज्ञान अर्जित कर अगली पीढ़ी को प्रेषित करते थे.
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