इतिहासकार विक्रम संपत (Vikram Sampath) अक्सर ही भारतीय इतिहास लेखन को लेकर आक्रामक रुख रखते हैं. अब एक बार फिर उन्होंने मुगल बादशाह औरंगजेब (Aurangzeb) और मैसूर के शासक टीपू सुल्तान को ेलेकर सख्त टिप्पणी की है. एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि टीपू सुल्तान की जयंती क्यों मनाई जाती है? वहीं उन्होंने औरंगजेब पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि मुगल बादशाह राक्षस था, जिसने हिंदुओं को प्रताड़ित किया.
टीपू सुल्तान को लेकर उठाए कई सवाल
इतिहासकार विक्रम संपत ने अपनी नई किताब "टीपू सुल्तान: द सागा ऑफ द मैसूर इंटररेग्नम (1760-1799) पर बातचीत के दौरान टीपू सुल्तान को लेकर तल्ख टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि एक छोटे सा वर्ग वोट बैंक की राजनीति के लिए हर साल टीपू सुल्तान की जयंती मनाता है. उन्होंने यह भी कहा कि एक शासक के तौर पर उन्होंने हिंदू पूजा स्थलों को तोड़ा और जबरन धर्मांतरण उनके प्रशासन का तरीका था. इसे इतना बढ़ा-चढ़ाकर पेश करने की जरूरत नहीं है.
यह भी पढ़ें: सोमनाथ बुलडोजर एक्शन पर मुस्लिम पक्ष को झटका, नहीं मिली SC से राहत
टीपू सुल्तान की जयंती मनाने पर उन्होंने कहा कि इसका आयोजन निजी स्तर पर होना चाहिए. कुछ लोग राजनीतिक एजेंडे की वजह से इसका इस्तेमाल जोर-शोर से करते हैं. उनका ध्यान सिर्फ वोट बैंक पर है.
औरंगजेब को बताया राक्षस
औरंगजेब के मजार पर जाने वालों की आलोचना करते हुए इतिहासकार और लेखक ने कहा कि भारत में कुछ लोग ऐसे हैं जो औरंगजेब की मजार पर जाते हैं. उन्होंने कहा, 'औरंगजेब ने क्या किया था, उसने सिख धर्मगुरुओं का कत्ले-आम किया था. वह एक राक्षस ही था जिसने हिंदुओं के पूजा स्थलों में तोड़फोड़ की थी. उनके मंदिरों को नष्ट किया था.'
यह भी पढ़ें: Gyanvapi Masjid को लेकर आया बड़ा फैसला, Varanasi Court ने हिंदू पक्ष को दे दिया ये बड़ा झटका
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.