डीएनए हिंदी: अतीक अहमद (Atiq Ahmed) और अशरफ को शनिवार रात को प्रयागराज में गोली मार दी गई. दोनों की मौके पर ही मौत हो गई. इस हत्याकांड के तीनों आरोपी मीडिया की फर्जी आईडी, कैमरे और माइक आईडी लेकर आए थे. मीडिया की पहचान के दुरुपयोग के चलते अब केंद्रीय गृह मंत्रालय ऐक्टिव हो गया है. सूत्रों के मुताबिक, अब पत्रकारों के लिए SOP तय करने की तैयारी की जा रही है.
सूत्रों के मुताबिक, पत्रकारों और अन्य मीडियाकर्मियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) तय किए जाएंगे. इसके लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय, पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में इस दिशा में काम किया जाएगा. ये कदम अतीक अहमद की हत्या के बाद उठाए जा रहे हैं क्योंकि अतीक और अशरफ को गोली मारने वाले हमलावरों ने मीडिया की फर्जी आईडी का इस्तेमाल किया था.
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पत्रकारों में शामिल हो गए थे हमलावर
अतीक अहमद को गोली मारने वाले हमलावरों ने कहा है, 'जब हमें जानकारी मिली कि अतीक और अशरफ को पुलिस कस्टडी में लाया जा रहा है तो हम स्थानीय पत्रकारों में शामिल हो गए क्योंकि हम उन दोनों को मारना चाहते थे.' हमलावरों ने यह भी बताया है कि वे अपराध की दुनिया में अपना बड़ा नाम बनाना चाहते थे इसीलिए उन्होंने अतीक अहमद की हत्या कर दी.
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आपको बता दें कि इन हमलावरों के पास से NCR न्यूज नाम के फर्जी चैनल की माइक आईडी, प्रोफेशल कैमरा और आईडी कार्ड भी मिले हैं. पत्रकारों की मौजूदगी और पुलिस की सुरक्षा के बीच इस तरह से हमले के बाद तमाम सवाल उठ रहे हैं. साथ ही, मीडिया की सुरक्षा पर भी खतरा मंडरा रहा है.
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