लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) में अब बस कुछ ही महीने का समय बचा है. ऐसे में दल बदल का खेल शुरू हो गया है. चुनाव से पहले कांग्रेस को एक के बाद एक झटके मिल रहे हैं. हाल ही में महाराष्ट्र के पूर्व सीएम अशोक चव्हाण, मिलिंद देवड़ा और बाबा सिद्दीकी समेत कई दिग्गज नेता बीजेपी में शामिल हो गए थे. अब अटकलें लगाई जा रही हैं कि मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ (Kamalnath) भी बीजेपी का दामन थाम सकते हैं. उनके अलावा मनीष तिवारी (Manish Tiwari) के भी कांग्रेस छोड़ने की चर्चा है.
इससे पहले भी कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं का पार्टी से मोहभंग हो चुका है. बीते 10 साल में कांग्रेस बुरे दौर से गुजर रही है. इस दौरान बीजेपी ने ना सिर्फ अपना वोट बैंक मजबूत किया है, बल्कि कांग्रेस समेत अन्य दलों के नेताओं को अपने में शामिल किया है. आइये जानते हैं 2014 के बाद से किन-किन नेताओं को अपने तरफ खींचने में कामयाबी हासिल की.
2021 में एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (ADR) कि रिपोर्ट के मुताबिक, 2014 के बाद 1,133 चुनावी उम्मीदवारों और 500 विधायकों और सांसदों ने पार्टियां छोड़ीं. इनमें 35 प्रतिशत कांग्रेस के विधायक और सांसद शामिल थे. रिपोर्ट में कहा गया कि इस दौरान 35 प्रतिशत दलबदल करने के वाले नेता बीजेपी में शामिल हो गए. कांग्रेस के 20 प्रतिशत चुनावी उम्मीदवारों ने पार्टी छोड़ी. 2014 से 2021 के बीच कांग्रेस पार्टी से कुल 399 नेताओं ने दलबदल किया.
10 साल में कितने कांग्रेस नेताओं ने छोड़ी पार्टी
लोकसभा में बीजेपी के 303 सांसद हैं. बताया जा रहा है कि इनमें से 134 सांसद मूल रूप से बीजेपी के हैं, जबकि 169 अलग-अलग पार्टियों के नेता हैं जो बीजेपी में शामिल हुए थे. इनमें से 45 प्रतिशत कांग्रेस औ बाकी अन्य दलों के हैं. मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद 253 उम्मीदवार, 173 विधायक और सांसद बीजेपी में शामिल हुए हैं.
ऐसा नहीं है की कांग्रेस ने ही अपने सबसे ज्यादा नेता खोए हैं. 2014 के बाद बीजेपी ने भी 111 उम्मीदवारों को अन्य दलों के हाथों खोया है. उसके 33 विधायक भी पार्टी छोड़कर गए हैं.
इन दिग्गज नेताओं ने छोड़ी कांग्रेस
- पंजाब- कैप्टन अमरिंदर सिंह, सुनील जाखड़
- महाराष्ट्र- अशोक चव्हाण, मिलिंद देवड़ा और बाबा सिद्दीकी.
- झारखंड़- विजय बहुगुणा और रीता बहुगुणा,
- असम- हिमंत बिस्वा सरमा
- मणिपुर- बीरेन सिंह
- त्रिपुरा- माणिक साहा
- मध्य प्रदेश- ज्योतिरादित्य सिंधिया, आरपीएन सिंह और जितिन प्रसाद.
- अन्य दलों के पूर्व मुख्यमंत्रियों की बात करें तो शिवसेना से नारायण राणे और बाबूलाल मरांडी भी भाजपा में शामिल हो गए थे.
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