Indian Citizenship छोड़ने वाले लोगों की संख्या बढ़ी, एक साल में 1.63 लाख लोग जा बसे विदेश

नीलेश मिश्र | Updated:Jul 19, 2022, 04:11 PM IST

हर साल लाखों लोग छोड़ देते हैं भारत की नागरिकता

Foreign Citizenship for Indians: देश के गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने संसद में बताया है कि साल 2021 में डेढ़ लाख से ज्यादा लोगों ने भारत की नागरिकता छोड़ दी और विदेश में बस गए.

डीएनए हिंदी: भारत के हजारों-लाखों लोग हर साल दूसरे देशों में जाकर बस जाते हैं. इस वजह से उन्हें भारत की नागरिकता (Indian Citizenship) छोड़ देते हैं और उन देशों की नागरिकता ग्रहण करते हैं. देश के गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय (Nityanand Rai) ने मंगलवार को संसद (Parliament) में बताया कि साल 2021 में कुल 1,66,370 लोगों ने भारत की नागरिकता त्याग दी और विदेश में जाकर बस गए. इसमें से 78,284 लोगों ने अमेरिका का नागिरकता हासिल की है. 

आंकड़ों के मुताबिक, साल 2019 में 1,44,017 लोगों ने और साल 2020 में कुल 85,256 लोगों ने भारत की नागरिकता त्याग दी. इसमें से 78,284 लोगों ने अमेरिका की, 23,533 लोगों ने ऑस्ट्रेलिया की, 21,597 लोगों ने कनाडा की और 14,637 लोगों ने यूनाइटेड किंगडम की नागरिकता ले ली. नित्यानंद राय, बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) नेता हाजी फजलुर रहमान के सवाल का जवाब दे रहे थे.

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103 देशों में जा बसे भारतीय नागरिक
एक और सवाल पूछा गया था कि भारतीय नागरिक किस वजह से नागरिकता छोड़ रहे हैं. इसके जवाब में नित्यानंद राय ने कहा कि अलग-अलग लोग अलग-अलग वजहों से नागरिकता छोड़ते रहते हैं. उन्होंने विदेश मंत्रालय के डेटा के आधार पर बताया कि भारत के नागरिकों ने पिछले एक साल में कुल 103 देशों की नागरिकता ली है. 

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भारत के नागिरक, कनाडा, अमेरिका, यूके और ऑस्ट्रेलिया के साथ-साथ बहरीन, बांग्लादेश, बेल्जियम, इरान, इराक, जमैका, इटली, लाओस, मेक्सिको, न्यूजीलैंड, पोलैंड, ओमान, पाकिस्तान, कतर, आयरलैंड, यूएई, थाइलैंड, युगांडा, स्वीडन, सिंगापुर, साउथ अफ्रीका, सऊदी अरब, रूस, रोमानिया, फिजी, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी और केन्या जैसे देशों में भी बस रहे हैं.

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