Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में शब्दों की गरिमा जैसे गिरती ही जा रही है. चुनावों के मद्देनजर पक्ष-विपक्ष पर वार-पलटवार का दौर चल रहा है. ताजा मामला राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी सांसद नारायण राणे के बयान से जुड़ा है. कोकण में एक चुनावी रैली के दौरान शुक्रवार को नारायण राणे ने एक विवादित बयान दिया. उन्होंने कहा कि अगर आज बाला साहेब ठाकरे जिंदा होते तो उद्धव ठाकरे को गोली मार देते.
किस बात पर बिगड़े नारायण राणे
कोंकण में रैली के दौरान नारायण राणे ने कहा कि शिवसेना पार्टी का प्रमुख, बालासाहेब ठाकरे के बेटे बोल रहे हैं कि सोसायटी में बकरीद को परमिशन नहीं तो दिवाली का भी कंदील उतारो. मुझे तुरंत बालासाहेब ठाकरे याद आए. बालासाहब होते तो उद्धव ठाकरे को गोली मार देते. उन्होंने आगे कहा कि उद्धव ठाकरे हिंदुत्व से समझौता करके मुख्यमंत्री बने हैं. अपने ढाई साल के कार्यकाल में उन्होंने मंत्रालय में सिर्फ दो दिन ही काम किया है. अब फिर से मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं. नारायण राणे ने कहा कि आखिर ऐसे लोगों को सत्ता कौन देगा?
महाविकास अघाड़ी ने भी किया पलटवार
नारायण राणे के बयान को लेकर महाविकास अघाड़ी ने भी पलटवार किया है. उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने कहा, 'ऐसे गंदे विचार उनके दिमाग में ही आ सकते हैं. इससे पता चलता है कि उनकी सोच कैसी है. महाविकास अघाड़ी के कई नेताओं ने नारायण राणे के इस बयान की निंदा की. साथ ही, बीजेपी से उन पर रोक लगाने की मांग की.
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उद्धव के किस बयान पर मच रहा बवाल
बात 13 नवंबर की है, जब रत्नागिरी की एक सोसाइटी में दिवाली के दिन कंडील लगाया जा रहा था. नारायण राणे का कहना है कि तब उद्धव ठाकरे ने अपने भाषण में कहा था कि अगर बकरीद नहीं बनाई जाएगी तो दिवाली भी नहीं मनानी चाहिए. उद्धव की इस बात पर मुझे बाला साहेब की याद आ गई. अगर वे होते तो उद्धव को गोली मार देते.
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