IIT Kanpur ने बनाई ऐसी जैकेट, जो लद्दाख की बर्फीली ठंड में भारतीय जवानों को रखेगी गर्म

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Jul 09, 2022, 08:14 PM IST

भारतीय सेना के जवानों को अब कश्मीर और लेह-लद्दाख में ठंड से नहीं जूझना पड़ेगा क्योंकि IIT Kanpur ने एक जबरदस्त तकनीक इजात की है जिसकी कीमत भी बेहद कम है.

डीएनए हिंदी: भारतीय सेना (Indian Army) के जवानों को पहाड़ों की  ठंड में जूझना पड़ता है  लेकिन अब इन जवानों को सर्दी भी गर्मी का एहसास होगा क्योंकि IIT कानपुर (IIT Kanpur) ने एक ऐसी पट्टी इजात की है जो भीषण ठंड में भी गर्म होने का एहसास कराएगी. इसका नाम वार्म हग (Warm Hug) रखा गया है.  इस पट्टी को जैकेट में लगाए जाने के बाद शरीर को गर्मी का एहसास होगा.

जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के ग्लेशियर में तैनात सेना के जवानों को ठंड से निजात दिलाने में यह पट्टी काफी मददगार साबित होगी. यहां पर जवान माइनस के तापमान म तैनात रहते हैं. बर्फीले इलाकों में तैनात सैनिकों को ठंड से निजात दिलाने के लिए आईटी कानपुर ने 100 ग्राम की एक पट्टी तैयार की है. यह पट्टी बैटरी से संचालित होगी और एक बार चार्ज होने पर लगभग 10 घंटे काम करेगी.

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क्या होगी इस पट्टी की कीमत

जैकेट पर लगने वाली इस पट्टी की लागत लगभग 500 रुपए है. आईआईटी के इलेक्ट्रिक इंजीनियर विभाग के प्रोफेसर बाकर मजहरी ने बताया कि यह एक प्रकार का हीटर है जिसे लचीले प्लास्टिक से बनाया गया है इसे इस तरीके से डिजाइन किया गया है जिससे करंट ना लग सके. जल्द ही इसका अलग-अलग मौसम की स्थितियों में परीक्षण किया जाएगा जिसके बाद तकनीक को निजी कंपनियों को हस्तांतरित कर दिया जाएगा.

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गौरतलब है कि यह विभिन्न हीटिंग मोड में काम करता है चाहे वह मैदान हो या पहाड़ या उच्च ऊंचाई, यह सभी प्रकार के इलाकों में उपयोगी साबित हो सकता है.प्रोफेसर मजहरी ने उन्होंने कहा,"चूंकि यह अत्यधिक गर्मी से सुरक्षा प्रदान करता है, यह विशेष रूप से ऊंचाई वाले क्षेत्रों में तैनात सैन्य कर्मियों और ट्रेकर्स और पर्वतारोहियों के लिए उपयुक्त है."

बैटरी की मिलेगी जानकारी

वार्म हग नाम की इस पट्टी को इस तरह से डिजाइन किया गया है इसे जरूरत पड़ने पर पावर बैंक से भी चार्ज किया जा सकेगा. इस विशेष पट्टी में बैटरी की जानकारी के लिए अलग-अलग मोड़ पर नीले लाल रंग की छोटी लाइट भी लगी हुई है जो इंडिकेटर करती है की पट्टी में कितनी चार्जिंग है और इसे दोबारा कब चार्ज करना होगा. 

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