IIT खड़गपुर ने छात्रों के लिए बनाई नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी, 4 करोड़ से ज्यादा किताबें, ऐसे उठाएं लाभ

Written By रईश खान | Updated: Mar 26, 2024, 08:28 PM IST

National Digital Library

National Digital Library: नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी में 4 करोड़ 60 लाख पुस्तकें हैं. जो भारतीय भाषाओं में ही नहीं बल्कि दुनियाभर की दूसरी लैंग्वेज में भी उपलब्ध हैं.

किताबें पढ़ने का कुछ लोगों को बहुत शौक होता है. लेकिन आर्थिक तंगी या मन पसंद बुक नहीं मिल पाने की वजह से वह पढ़ नहीं पाते हैं. लेकिन अब उनका यह सपना भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर पूरा करेगा. IIT खड़गपुर ने नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी ऑफ इंडिया (NDLI) बनाई है. इसमें साढ़े चार करोड़ से ज्यादा किताबें मौजूद हैं. इतना ही नहीं करीब 8 करोड़ स्टडी मटेरियल भी इस डिजिटल लाइब्रेरी में उपलब्ध है.

एनडीएल भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा समर्थित और आईआईटी खड़गपुर द्वारा विकसित एक महत्वपूर्ण पहल है. इसका उद्देश्य डिजिटल तकनीक का उपयोग करके शिक्षा को सभी के लिए अधिक सुलभ बनाना, प्रेरित और प्रोत्साहित करना है.

सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (NMEICT) के माध्यम से शिक्षा में राष्ट्रीय मिशन के हिस्से के रूप में स्थापित NDLI शैक्षिक संसाधनों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करने वाले एक सेंट्रलाइज्ड प्लेटफॉर्म के रूप में कार्य करता है.  इसका उद्देश्य शैक्षिक अवसरों (Educational Opportunities) में गेप को कम करना और देश भर में छात्रों को सशक्त बनाना है. 

NDLI में कितनी हैं पुस्तकें?
नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी में 4 करोड़ 60 लाख पुस्तकें हैं. जो भारतीय भाषाओं में ही नहीं बल्कि दुनियाभर की दूसरी लैंग्वेज में भी उपलब्ध हैं. NDLI में नीट,आईआईटी या सरकारी नौकरी से लेकर रिसर्च तक के लिए हर सब्जेक्ट की किताबें हैं. जिनसे छात्र तैयारी कर सकते हैं.

एनडीएलआई की शुरुआत अप्रैल 2015 में एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू हुई थी. जिसे एनडीएलआई चरण-I के रूप में जाना जाता है. जिसका विजन शैक्षिक सामग्रियों का एक डिजिटल प्लेट फॉर्म पर लाना है. कोरोना महामारी की चुनौतियों के बावजूद इसे विभिन्न चरणों के माध्यम से विकसित किया गया. मार्च 2021 तक डिजिटल लाइब्रेरी के मिशन को पूरा करने में महत्वपूर्ण कामयाबी हासिल कर ली गई थी.

शिक्षा मंत्रालय ने इंक्लूसिव एजुकेशन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए अप्रैल 2021 में नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी ऑफ इंडिया के तीसरे चरण की शुरुआत की थी. इस चरण के मार्च 2026 तक पूरा होने की उम्मीद है. जिसमें नेशनल लाइब्रेरी को बेहतर बनाने और अधिक से अधिक छात्रों तक इसकी पहुंच बढ़ाने के लिए काम किया जा रहा है. इसका उद्देश्य नई पीढ़ी (New Generation) के लिए अधिक से अधिक शिक्षा सामग्री घर बैठे उपलब्ध कराना है. जिससे हर व्यक्ति को फ्री में ज्ञान मिल सके.

नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी (National Digital Library)
19 जून 2018 में एनडीएलआई का पोर्टल लॉन्च किया गया था. इसमें शिक्षा के लिए विशाल भंडार मौजूद है. इच्छुक व्यक्ति या छात्र ndl.gov.in या ndl.iitkgp.ac.in पर जाकर विभिन्न विषयों की किताबें निबंध पुस्तक, ऑडियो वीडियो पुस्तक और विभिन्न प्रकार की कंपटीशन बुक्स पढ़ सकते हैं. घर बैठे पढ़ाई करने के लिए नेशनल लाइब्रेरी बेहतर विकल्प है.

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