Ilaiyaraaja Rajya Sabha: कौन हैं इलैयाराजा जिन्हें मोदी सरकार भेज रही है राज्यसभा, संगीत के जादूगर की ऐसी रही जिंदगी

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jul 06, 2022, 10:27 PM IST

इलैयाराजा

Ilaiyaraaja Life Profile: दक्षिण के मशहूर संगीतकार और गीतकार इलैयाराजा को मोदी सरकार ने राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है. उनकी नियुक्ति को दक्षिण भारत के लिए बीजेपी के संदेश के तौर पर भी देखा जा रहा है. तमिलनाडु में बीजेपी अब तक अपने पैर नहीं जमा पा रही है और राजनीति के जानकारों का मानना है कि दक्षिण की महान हस्तियों को सम्मानित कर बीजेपी प्रदेश के लोगों के बीच अपना संदेश देना चाहती है.  

डीएनए हिंदी: राज्यसभा के लिए मनोनीत नए सदस्यों में से एक नाम तमिलनाडु के मशहूर संगीतकार इलैयाराजा का भी है. इलैयाराजा संगीत की दुनिया का जाना-माना चेहरा हैं और पिछले 5 दशक से सक्रिय हैं. इलैयाराजा को राज्यसभा के लिए मनोनीत किए जाने की खबर सामने आते ही ट्विटर पर बधाई देने वालों का तांता लग गया है. पीएम मोदी ने भी ट्वीट कर उन्हें दशकों तक संगीत से मंत्रमुग्ध कर देने वाली हस्ती कहा है और अपनी शुभकामनाएं दी हैं. आइए जानते हैं इस विलक्षण संगीतकार की उपलब्धियां. 

दलित समुदाय से आते हैं इलैयाराजा 
इलैयाराजा का जन्म तमिलनाडु के दलित समुदाय से आने वाले बेहद गरीब परिवार में हुआ था. उनका जीवन बहुत संघर्षों से भरा रहा और बचपन में संगीत सीखना उनके लिए एक सपने की तरह था क्योंकि घर में पेट भर खाना भी मुश्किल से मिलता था.

उनका असली नाम आर ज्ञानथेसिकन है. इलैयाराजा ने एक इंटरव्यू में कहा था कि संगीत उनके लिए जीवन की शुरुआत से ही आत्मा की आवाज थी और इसकी साधना उनके लिए सुख की तरह है.

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दक्षिण भारतीय संगीत के साथ पाश्चात्य संगीत का अनूठा प्रयोग 
इलैयाराजा की पहचान नए तरह के प्रयोगों के लिए भी रही है. खास बात यह है कि संगीत के साथ तकनीक का इस्तेमाल करने वाले कुछ उम्दा संगीतकारों में भी उनका नाम सबसे ऊपर आता है. उन्होंने दक्षिण भारतीय संगीत के साथ पाश्चात्य वाद्यों का प्रयोग किया और नए तरह का संगीत दिया. उनके इस प्रयोग ने तमिल समेत दक्षिण भारतीय फिल्मों में संगीत के कलेवर को बदलकर रख दिया था. दक्षिण भारत में कंप्यूटर के जरिए गाने रिकॉर्ड करने का प्रयोग सबसे पहले इलैयाराजा ने ही किया था. 

पद्म विभूषण, 5 नेशनल अवॉर्ड और अब राज्यसभा
इलैयाराजा के संगीत को दक्षिण भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में सराहा जाता है. उन्होंने दशकों तक दक्षिण भारत और हिंदी फिल्म इंडस्ट्री को बेहतरीन संगीत दिया है और अपनी कला के लिए उन्हें कई तरह के सम्मान भी मिले हैं. अब तक 5 राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिल चुके हैं. इनमें से तीन बतौर बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर और दो बेस्ट बैकग्राउंड स्कोर के लिए मिले हैं.

संगीत के क्षेत्र में कलाकारों को दिया जाने वाला सर्वोच्च भारतीय सम्मान भी उन्हें साल 2012 में मिला है. 2010 में उन्हें भारत के तीसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म भूषण और 2018 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था. 

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PM Modi की कर चुके हैं कई बार तारीफ 
इलैयाराजा दक्षिण भारत के उन चुनिंदा कलाकारों में से हैं जिन्होंने खुलकर पीएम नरेंद्र मोदी का समर्थन किया है. तमिलनाडु में पीएम मोदी की छवि का भी बीजेपी को अब तक कुछ खास फायदा नहीं मिला है. हालांकि, इलैयाराजा ने मोदी सरकार की योजनाओं की तारीफ करते हुए कहा था कि इससे ग्रामीण और निचले स्तर के लोगों का जीवन बड़े पैमाने पर प्रभावित हुआ है. उन्होंने एक किताब में पीएम मोदी को अंबेडकर के कद का नेता बताते हुए लिखा था प्रधानमंत्री मोदी ने अंबेडकर की तरह निचले तबके के लोगों के उद्धार और विकास के लिए क्रांतिकारी कदम उठाए हैं. 

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