डीएनए हिंदी: महाराष्ट्र में सरकार बदलते ही राजनीति की दिशा भी बदल गई है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार को इनकम टैक्स विभाग ने नोटिस भेजा है. एनसीपी प्रवक्ता महेश भारत तपासे ने बताया है कि यह नोटिस शरद पवार के चुनावी हलफनामे के लिए भेजा गया है. तपासे ने सवाल भी उठाए हैं कि क्या यह सब संयोग ही है या कुछ और? बता दें महा विकास अघाड़ी गठबंधन के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के इस्तीफा देने के बाद अब एकनाथ शिंदे बीजेपी के सहयोग से मुख्यमंत्री बन गए हैं.
एनसीपी प्रवक्ता महेश भारत तपासे ने ट्वीट करके कहा, 'महाराष्ट्र में सरकार बदलने के बाद शरद पवार को इनकम टैक्स विभाग की ओर से नोटिस भेजा गया है. यह नोटिस 2004, 2009, 2014 और 2020 के चुनावी हलफनामों के आधार पर भेजा गया है. यह सब पूरी तरह से संयोग है या कुछ और है?' दरअसल, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को शरद पवार के हलफनामों में उनकी आय से जुड़ी कुछ खामियां मिली हैं.
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जेल में हैं एनसीपी के दो नेता
आपको बता दें महा विकास अघाड़ी सरकार में मंत्री रहे नवाब मलिक और अनिल देशमुख पहले ही जेल जा चुके हैं. सीएम बनने से पहले एकनाथ शिंदे और उनके साथ के बागी विधायकों ने एनसीपी को जमकर कोसा था. शिवसेना के बागियों ने बार-बार कहा कि एनसीपी महाराष्ट्र में शिवसेना को खत्म करने पर तुली हुई है.
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एनसीपी नेता इस नोटिस की टाइमिंग को लेकर सवाल उठा रहे हैं कि क्योंकि यह नोटिस ठीक उसी दिन भेजा गया है जब एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है और बीजेपी के साथ शिवसेना के बागी विधायकों ने सरकार बना ली है. बीजेपी नेता और पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली है.
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