INDIA Alliance Meeting: 19 दिसंबर को इंडिया अलायंस की बैठक, नीतीश कुमार की वाराणसी रैली पर होगा फैसला 

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Dec 15, 2023, 06:48 AM IST

INDIA Alliance Rally

INDIA Alliance Meeting: दिल्ली में विपक्षी दलों की बैठक को लेकर सुगबुगाहट शुरू हो चुकी है. विधानसभा चुनाव नतीजों ने कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों को अलर्ट कर दिया है और अब रैली में कई अहम मुद्दों पर सहमति बन सकती है. 

डीएनए हिंदी: इंडिया गठबंधन की 19 दिसंबर को दिल्ली में होने वाली बैठक में कई अहम मुद्दों पर सहमति बन सकती है. हिंदी पट्टी के तीन राज्यों की चुनाव में मिली हार के बाद अब कांग्रेस बैकफुट पर है. अखिलेश यादव भी एक मीडिया कार्यक्रम में स्पष्ट कर चुके हैं कि इंडिया गठबंधन होगा और वह सहयोगी दलों के सम्मान का पूरा ध्यान रखेंगे. इसके साथ ही सवाल उठ रहे हैं कि क्या नीतीश कुमार ही पीएम फेस होंगे. नीतीश ने वाराणसी में भव्य रैली का ऐलान किया था लेकिन जगह नहीं मिलने की वजह से रैली टालनी पड़ी है. माना जा रहा है कि बैठक में वाराणसी रैली को विपक्ष की संयुक्त रैली बनाने पर सहमति बन सकती है. अब वह झारखंड में एक बड़ी रैली करने वाले हैं. माना जा रहा है कि अगर सहमति बनती है तो वाराणसी में विपक्षी दलों की संयुक्त रैली का आयोजन कर शक्ति प्रदर्शन किया जा सकता है.

19 दिसंबर को होने वाले इंडिया गठबंधन की बैठक में कई अहम फैसलों पर सहमति बन सकती है. 19 दिसंबर को विपक्षी गठबंधन की होने वाली बैठक में संयुक्त रैली की योजना बन सकती है. पहले नीतीश कुमार के वाराणसी में बड़ी रैली करने की खबर थी लेकिन फिलहाल  जेडीयू ने इससे इनकार कर दिया है. इसके बाद संभावना है कि आम सहमति बन जाती है तो वाराणसी में विपक्ष की संयुक्त रैली हो सकती है. वाराणसी ही पीएम नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है.

यह भी पढ़ें: Pok पर अमित शाह के बयान से खलबली, मुजफ्फराबाद पहुंचे पाकिस्तानी प्रधानमंत्री  

चुनाव प्रचार के तरीके को लेकर होगा फैसला 
लोकसभा चुनाव में कुछ ही वक्त बचा है और उससे पहले विपक्षी गठबंधन को अभी कई बड़े मुद्दों पर सहमति बनानी है. सबसे पहले यह तय करना है कि चुनाव प्रचार के लिए क्या सभी बड़े नेताओं की रैली होगी और एक साथ प्रचार किया जाएगा. अगर संयुक्त प्रचार पर सहमति बनती है तो नीतीश आर आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव वाराणसी रैली को शक्ति प्रदर्शन का माध्यम बनाने की कोशिश करेंगे.  अगर सभी प्रमुख सीटों पर संयुक्त चुनाव प्रचार की रणनीति बन जाती है तो हो सकता है कि आने वाले दिनों में देश के अलग-अलग हिस्सों में बड़ी चुनावी रैली आयोजित की जाए. 

पीएम फेस पर भी लिया जाएगा फैसला 
पीएम फेस को लेकर अब तक फैसला नहीं हुआ है और इस बात की उम्मीद कम ही है कि राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद के चेहरे के तौर पर स्वीकार किया जाएगा. 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव नतीजों ने कांग्रेस को बैकफुट पर ला दिया है. हालांकि, पीएम फेस का ऐलान किए बिना ही चुनाव लड़ने की रणनीति पर सहमति की ज्यादा संभावना है. पीएम पद के चेहरे के लिए नीतीश कुमार से लेकर ममता बनर्जी जैसे दिग्गज क्षेत्रीय नेताओं का नाम चल रहा है. 

यह भी पढ़ें: फिर डरा रहा कोरोना, परदेस से आए नए वेरिएंट ने इस राज्य में अचानक बढ़ाए मरीज

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.