प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा कि भारत के लिए चीन के साथ संबंध महत्वपूर्ण है. दोनों देशों के बीच सीमा विवाद जल्द सुलझने चाहिए. पीएम मोदी ने उम्मीद जताई है कि कूटनीतिक और सैन्य स्तरों पर सकारात्मक और रचनात्मक द्विपक्षीय संबंधों के माध्यम से भारत-चीन अपनी सीमाओं पर शांति बहाल करने और उसे बनाए रखने में सक्षम होंगे.
अमेरिका की न्यूजवीक पत्रिका को दिए इंटरव्यू में प्रधानमंत्री ने यह बात कही. उन्होंने कहा, 'मेरा यह मानना है कि हमें अपनी सीमाओं पर लंबे समय से बनी स्थिति से तत्काल निपटने की जरूरत है, ताकि हमारी द्विपक्षीय बातचीत में असामान्यता को पीछे छोड़ा जा सके. भारत और चीन के बीच स्थिर और शांतिपूर्ण संबंध न केवल हम दोनों देशों के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र और दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं.
पीएम मोदी ने कहा, 'मुझे उम्मीद और भरोसा है कि कूटनीतिक स्तर पर सकारात्मक एवं रचनात्मक बातचीत के जरिए हम अपनी सीमाओं पर शांति बहाल करने सफल होंगे. इंटरव्यू के दौरान प्रधानमंत्री ने आगामी लोकसभा चुनाव, पाकिस्तान के साथ संबंधों, क्वाड, राम मंदिर और लोकतंत्र सहित कई मुद्दों पर बात की. पाकिस्तान के साथ रिश्तों के बारे में पूछे जाने पर मोदी ने कहा कि उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को पदभार संभालने पर बधाई दी. उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा आतंक और हिंसा से मुक्त माहौल में क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और समृद्धि की वकालत की है.
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पाकिस्तान को लेकर क्या बोले PM मोदी?
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को जेल भेजे जाने पर पीएम मोदी ने कहा, 'मैं पाकिस्तान के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी नहीं करूंगा. चीन और क्वाड समूह के बारे में बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान, भारत, चीन कई विभिन्न समूहों के सदस्य हैं. हम अलग-अलग समूह में अलग-अलग संयोजन में मौजूद हैं. Quad किसी भी देश के खिलाफ लक्षित नहीं है. कई अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों जैसे SCO, Brics और अन्य की तरह, क्वाड भी समान विचारधारा वाले देशों का एक समूह है जो एक साझा सकारात्मक एजेंडे पर काम कर रहा है.
'सरकार का ट्रैक रिकॉर्ड शानदार रहा'
आगामी लोकसभा चुनाव के बारे में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वादों को पूरा करने का उनकी सरकार का ट्रैक रिकॉर्ड शानदार रहा है. उन्होंने कहा कि दूसरे कार्यकाल के अंत तक यहां तक कि सबसे लोकप्रिय सरकारें भी जनता का समर्थन खोना शुरू कर देती हैं. दुनिया में पिछले कुछ सालों में सरकारों के प्रति असंतोष भी बढ़ा है. भारत एक अपवाद के रूप में खड़ा है, जहां हमारी सरकार के लिए जन समर्थन बढ़ रहा है.
भारत को 'लोकतंत्र की जननी' बताते हुए उन्होंने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में 2019 के आम चुनावों में 60 करोड़ से अधिक लोगों ने मतदान किया और अब से कुछ महीनों में 97 करोड़ से अधिक पात्र मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. उन्होंने कहा कि पूरे भारत में 10 लाख से अधिक मतदान केंद्र बनाए जाएंगे. मतदाताओं की लगातार बढ़ती भागीदारी भारतीय लोकतंत्र में लोगों के विश्वास का एक बड़ा प्रमाणपत्र है. (PTI इनपुट के साथ)
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