‘अभी हो या छह महीने बाद, मैं ये कहना चाहता हूं देश में बहुत जल्दी इंडिया ब्लॉक की सरकार बनने जा रही है.’ वह आगे कहते हैं कि आपको पता है कि कहां-कहां, क्या-क्या खिचड़ी पक रही है? यूपी में समाजवादी पार्टी लगातार मजबूत हो रही है और बीजेपी से लोगों का भरोसा उठ रहा है. वह कहते हैं कि 2027 में लोग भूल जाएंगे कि यूपी में कभी भाजपा और बाबा की सरकार भी थी. यह कहना है फैजाबाद यानी अयोध्या से समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद का. प्रसाद को इन दिनों उनके प्रशंसक अयोध्या कुमार के नाम से बुलाते हैं. हालांकि, अवधेश प्रसाद को यह नाम उतना पसंद नहीं आता है. वह बार-बार कहते हैं मेरा नाम अवधेश प्रसाद है.
'मैं देश की सेवा करने आया हूं'
समाजवादी पार्टी की पहचान लाल रंग की रंगी गांधी टोपी पहने अवधेश प्रसाद बात-बात पर हाथ जोड़ते हैं और कहते हैं, 'मैं तो देश की सेवा करने आया हूं.' अयोध्या में बीजेपी को मिली हार पर वह कहते हैं कि मेरे पार्टी अध्यक्ष ने छह महीने पहले ही कह दिया था कि इस बार अयोध्या से चुनाव मैं लड़ूंगा. उन्हें विश्वास था कि मैं यहां से जीतूंगा. वह बीच-बीच में इंग्लिश भी बोलते हैं.
अवधेश प्रसाद छह महीने पहले की बात को याद करते हुए कहते हैं कि, हमारे पार्टी के नेता ने पहले ही कह दिया था कि अयोध्या से बीजेपी से कोई भी लड़े हमारी पार्टी से आप ही लड़ेंगे और जीतेंगे. अखिलेश जी ने मतदान से पहले ही उन्हें सांसद मान लिया था. एक सभा में मुझे आपके पूर्व विधायक कहा तो मैंने उन्हें याद दिलाते हुए कहा कि मैं हूं मौजूदा विधायक. तब अखिलेश जी ने कहा था आप चुनाव जीत रहे हैं. वह कहते हैं पार्टी अध्यक्ष के इस विश्वास को मैंने कायम रखा और मैं जीता. It was his confidence. मुझे भी कांफिडेंस था की मैं जीतूंगा.
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अयोध्या वासियों ने बताया कौन है असली राम भक्त
सपा सरकार में छह बार मंत्री रहे और 9 बार के विधायक कहते हैं कि 'राम नाम' की जाप कर भाजपा ने पूरे देश को बेवकूफ बनाया है. लेकिन अयोध्या वासियों ने बता दिया है कि राम का असली भक्त कौन है. वह कहते हैं राम अनादिकाल से हमारे अराध्य हैं और पीएम मोदी कहते हैं कि वो राम को लाए हैं. क्या वो राम को लाए हैं? वह सवाल करते हैं, वह पूछते हैं कि रामचरित मानस कब लिखा गया?22 जनवरी को ये कहते हैं कि देश में भगवान राम को ला रहे हैं. क्या इन्हें ये कहना चाहिए? वह फिर कहते हैं कि मंदिर मोदी जी या भाजपा के बनवाने से नहीं बना है, सुप्रीम कोर्ट के आदेश से बना है.
पीएम मोदी ये बताना भूल गए हैं.
इस दौरान अवधेश प्रसाद देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और उनकी विदेश नीतियों को भी याद करते हुए कहते हैं, "जब वो देश के प्रधानमंत्री थे तो उन्होंने भी कहा था कि सबकी सम्मति हो तो राम मंदिर बनाया जाएगा या फिर कोर्ट ऑर्डर कर दे.
अयोध्या को लूटा गया
मंदिर बनने के बाद गए या नहीं? इस सवाल पर वह बीच में नाराज हो जाते हैं और कहते हैं ,"मेरा तो जन्म अयोध्या में हुआ है, मैं तो बचपन से सीता की रसोई के प्रांगण में खेला हूं, बड़ा हुआ हूं. मेरा तो घर है अयोध्या. मैं तो इंटाइटिल हूं अयोध्या के मंदिर का."
लेकिन वो फिर वापस वो सवाल करते हैं कि क्या ये राम की मर्यादा थी कि अयोध्या के विकास के नाम पर गरीबों को उजाड़ा जाए, घर तोड़ दिए जाएं या फिर दुकान तोड़ दी जाए. किसानों की जमीन छीन ली जाए और मुआवजा न दिया जाए. अयोध्या के सांसद कहते हैं अयोध्या को लूटा गया है. 2017 से वहां का सर्किल रेट नहीं बढ़ाया गया है. जहां विकास के नाम पर रामपथ बनाया वो पहली बारिश में डूब गया. जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं. मंदिर में सीलन आ रही है. पानी निकासी नहीं हो रहा है. ये कैसी जल्दबाजी थी.
क्या सरकार इनकी बपौती है?
लेकिन वो खुद अयोध्या वासियों की मांगों को कैसे पूरा करेंगे, इस सवाल पर वह तपाक से कहते हैं, 'हमें काम करना आता है.' हम 9 बार के एमएलए हैं और 6 बार के मंत्री हैं. हमें कैसे काम करना है और कराना है यह भी पता है. लेकिन यह पूछने पर जब राज्य में और केंद्र में आपकी सरकार नहीं है तो आपकी और आपके क्षेत्र की मांग कौन सुनेगा?
वह थोड़े नाराज स्वर में कहते हैं क्या ये सरकार इनकी बपौती है? लोकतंत्र में समय बदलता रहता है और सरकारें बदलती रहती हैं. वह कहते हैं 10 साल हो गई धर्म के नाम पर राजनीति अब नहीं होगी. आज राम के नाम पर व्यापार किया गया लेकिन जनता ने ही बता दिया कि असली राम भक्त समाजवादी लोग हैं. इस बातचीत के दौरान वह अपने हाथों में बंधा रंग बिरंगा कलावा भी दिखाते हैं.
वह काम और अयोध्या के लोगों की मांग पर कहते हैं, 'मैं लोगों की उम्मीद की भरपाई करूंगा.' मैं खुद को जीता हुआ तब तक नहीं मानूंगा जब तक अयोध्यावासियों की मांग को पूरा नहीं कर देता. मुआवजा नहीं दिला देता, आंसू नहीं पोंछ देता. अयोध्या जीत के बाद क्या साधू संत क्या निवासी सभी मुझसे मिल रहे हैं. सभी इस जीत को सेलीब्रेट कर रहे हैं.
फैजाबाद सांसद कहते हैं, 'इस चुनाव में असली नकली की पहचान हो गई है. सभी की कलाई खुल गई है. अब किसी एविडेंस की जरूरत नहीं है.'
नीयत और नीयती
इस दौरान अयोध्या और राज्य के विकास में वो थोड़ी तारीफ भी करते हैं. वह कहते हैं, 'रामपथ हमारे मोहल्ले से होकर गुजरा है. हमने भी सहयोग किया था.' परीक्षा में घोटाले और रोजगार के मामले में वह बीजेपी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहते हैं कि न तो इस सरकार की नीयत ठीक है न ही नीयति. जब से योगी बाबा आए हैं तभी से रोजगार, उद्योग धंधा सब बंद हो चुका है. वह बताते हैं कि किस तरह से 60 लाख नौजवानों ने भर्ती के लिए आवेदन किया था और पर्चा लीक होने से हजारों गरीबों का सपना टूट गया. वह कहते हैं 2027 में यूपी में हमारी सरकार होगी और सूनर और लेटर इन दिस गर्वनमेंट (महज छह महीनों के भीतर देश में ) इंडिया ब्लॉक की सरकार होगी.
'हमारी ताकत बढ़ी है और बीजेपी पर लोगों का विश्वास घटा है."
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