डीएनए हिंदीः भारत और जापान (Japan) के बीच आज 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता होगी. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) और विदेश मंत्री जयशंकर (S Jaishankar) इसमें शामिल होंगे. भारतीय रक्षा मंत्री व विदेश मंत्री 7 से 10 सितंबर तक जापान में रहेंगे. इस बैठक में जापान के रक्षा मंत्री यासुकाज़ु हमदा और विदेश मामलों के मंत्री योशिमासा हयाशी शामिल होंगे. विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत और जापान के बीच रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी लोकतंत्र, स्वतंत्रता और कानून के शासन के प्रति सम्मान के साझा मूल्यों पर आधारित है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सोमवार को मंगोलिया की तीन दिवसीय यात्रा पर रवाना हुए थे जिसके बाद आज वे जापान पहुंच रहे हैं.
क्या होती है 2+2 वार्ता?
टू प्लस टू वार्ता में दो देशों के दो-दो मंत्री भाग लेते हैं. यही वजह है कि दो देशों के शीर्ष मंत्रियों और उनके समकक्षों के बीच होने वाली वार्ता को टू प्लस टू वार्ता का नाम दिया गया है. इस तरह की वार्ता की शुरुआत जापान से हुई थी.इसके बाद दुनिया भर के कई देशों ने बातचीत के इस तरीके को अपनाया. दो देशों के बीच रक्षा सहयोग के लिए उच्च स्तरीय बातचीत के लिए इस तरह की वार्ता काफी मददगार मानी जाती है.
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नवंबर 2019 में हुई थी 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता
बता दें कि इससे पहले भारत-जापान विदेश और रक्षा मंत्रिस्तरीय वार्ता (2+2) की पहली मीटिंग 30 नवंबर, 2019 को नई दिल्ली में हुई थी. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जापान के तत्कालीन विदेश मंत्री मोतेगी तोशिमित्सु और जापान के तत्कालीन रक्षा मंत्री कोनो तारो के साथ बातचीत की थी. वार्षिक भारत-जापान शिखर सम्मेलन में जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा की भारत यात्रा के पांच महीने से अधिक समय बीत चुके हैं और अब 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता आयोजित किया जा रहा है. नई दिल्ली में शिखर वार्ता के दौरान, किशिदा ने भारत में अगले पांच वर्ष तक 3,20,000 करोड़ रुपये निवेश करने की घोषणा की थी.
इनपुट - एजेंसी
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