Indian Army की आर्टिलरी रेजिमेंट में शामिल होंगी महिलाएं, चलाएंगी बोफोर्स और हॉवित्जर तोप

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jan 12, 2023, 10:48 PM IST

Indian Army Women Officer (File Photo)

Women In Indian Army: किसी भी सेना में आर्टिलरी रेजिमेंट की युद्ध में सबसे अहम भूमिका होती है. इसी के तहत सभी तरह की तोप और मिसाइल आती हैं.

डीएनए हिंदी: Indian Army News- भारतीय सेना में महिलाओं को स्थायी कमीशन देने का फैसले लंबी जद्दोजहद और कानूनी लड़ाई के बाद हुआ था, लेकिन इस फैसले ने सेना में महिलाओं के लिए अवसरों की राह खोल दी है. इसके चलते अब महिलाओं को उस रेजिमेंट में मौका मिलने जा रहा है, जिसे किसी भी युद्ध में 'डिसिजन मेकर' कहा जाता है. यह है सेना की आर्टिलरी रेजिमेंट यानी तोपखाना, जिसके तहत सभी तरह की तोप, आर्मर व्हीकल और मिसाइल-रॉकेट लांचर आते हैं. भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे (General Manoj Pande) ने बृहस्पतिवार को बताया कि आर्टिलरी रेजिमेंट में महिला अफसरों को शामिल करने की तैयारी शुरू हो गई है. जल्द ही महिला अधिकारियों को इस रेजिमेंट में कमीशन दिया जाएगा.

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सेना की तरफ से भेजा गया है प्रस्ताव

सेना दिवस से एक दिन पहले जनरल मनोज पांडे ने कहा कि भारतीय सेना ने महिला अधिकारियों को आर्टिलरी रेजिमेंट में कमीशन देने का प्रस्ताव सरकार को भेज दिया है. इसके जल्द ही मंजूर होने की उम्मीद है. इसके बाद महिला अधिकारियों को भारतीय सेना की आर्टिलरी रेजिमेंट में शामिल किया जाएगा.

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दूसरी सबसे बड़ी रेजिमेंट है भारतीय सेना की आर्टिलरी

आर्टिलरी रेजिमेंट भारतीय सेना में इन्फेंट्री यानी पैदल सेना के बाद दूसरी सबसे बड़ी रेजिमेंट है. बोफोर्स, के-9 वज्र, 105 mm फील्ड गन, धनुष, सारंग, M-777 अल्ट्रा लाइट हॉवित्जर आदि तोपो के साथ ही रूसी स्मर्च, पिनाका मल्टीलॉन्च रॉकेट सिस्टम की मौजूदगी से यह इतनी मजबूत है कि इससे दुश्मन सेनाएं बेहद खौफ खाती हैं. भारतीय सेना की आर्टिलरी रेजिमेंट में 280 बटालियन हैं.

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महिलाओं की सीधे युद्ध में भागीदारी होगी

यदि आर्टिलरी रेजिमेंट में महिलाओं को शामिल करने का प्रस्ताव मान लिया जाता है तो महिला सेनाकर्मियों को सीधे कॉम्बेट फाइट में उतरने का मौका मिलेगा. यह मौका सेना में अब तक महिलाओं को नहीं दिया गया है. करीब 12 लाख जवानों वाली भारतीय सेना में साल 1990 में पहली बार महिला सेनाधिकारियों को कमीशन मिला था. इसके बाद शॉर्ट सर्विस कमीशन से उनकी मौजूदगी भारतीय सेना की लीगल, एजुकेशनल और मेडिकल विंग के अलावा सिग्नल, इंजीनियर्स जैसी कोर में ही रही है. भारतीय सेना में फिलहाल महज 3,900 महिला सेनाधिकारी हैं, लेकिन आर्टिलरी रेजिमेंट में मौका मिलने पर यह संख्या बढ़ेगी.

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