Delhi-Mumbai और Delhi-Howrah रेल रूट पर भारतीय रेलवे करने जा रहा है यह बड़ा काम

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Jun 14, 2022, 10:00 PM IST

भारतीय रेलवे

कवच प्रणाली ट्रेनों को तब खुद ही रोक देती है जब डिजिटल प्रणाली को रेड सिग्नल तोड़ने या कोई अन्य खराबी का पता चलता है.

डीएनए हिंदी: ट्रेनों को टक्कर से बचाने के लिए रेलवे दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-हावड़ा मार्ग के 3,000 किलोमीटर लंबे अपने नेटवर्क को 1000 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत वाली सुरक्षा प्रणाली ‘कवच’ ​​से लैस करेगा. इस ट्रेन टक्कर रोधी प्रणाली या कवच को रेलवे द्वारा दुनिया की सबसे सस्ती स्वचालित ट्रेन टक्कर सुरक्षा प्रणाली के रूप में प्रचारित किया जा रहा है.

यह प्रणाली ट्रेनों को तब खुद ही रोक देती है जब डिजिटल प्रणाली को रेड सिग्नल तोड़ने या कोई अन्य खराबी का पता चलता है. रेलवे (Railway) ने 3000 किलोमीटर से अधिक लंबे रेल नेटवर्क और 760 इंजनों में इस प्रणाली को स्थापित करने के लिए 11 निविदाएं मंगाई हैं. इसके तहत रिसीवर पटरियों के साथ स्थापित किए जाएंगे और ट्रांसमीटर लोको के अंदर लगाये जाएंगे.

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पटरियों पर किए जाने वाले कार्यों की अनुमानित लागत 20 लाख रुपये प्रति किलोमीटर है जबकि इंजन के अंदर स्थापना की लागत 60 लाख रुपये प्रति लोको (रेल इंजन) होगी. अधिकारियों ने कहा कि निविदाएं उत्तर रेलवे, उत्तर मध्य रेलवे, पश्चिम मध्य रेलवे, पूर्व मध्य रेलवे, पूर्वी रेलवे और पश्चिम रेलवे द्वारा मंगाई गई हैं. इसके तहत महत्वपूर्ण दिल्ली-हावड़ा और दिल्ली-मुंबई मार्ग आएंगे.

Video: रेलवे की 'कवच तकनीक' का सफल परीक्षण

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