डीएनए हिंदी: अगर कोई आप से सवाल करे कि देश का सबसे स्वच्छ शहर कौन सा है तो आप फौरन इंदौर (Indore) का नाम ले सकते हैं. इंदौर को केंद्र सरकार ने लगातार छठी बार सबसे स्वच्छ शहर माना है. इंदौर जितनी सफाई देश के किसी भी हिस्से में नहीं है.
इंदौर में स्वच्छता का अपना मॉडल है, जिसे अपनाकर यह शहर लगातार चोटी पर बना हुआ है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की मौजूदगी में दिल्ली में शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में इंदौर को एक लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों की लिस्ट में एक बार फिर नंबर वन माना गया.
इंदौर क्यों बना है सबसे स्वच्छ शहर?
इंदौर नगर निगम (IMC) के अधिकारियों ने इंदौर की सफाई का एक मॉडल विकसित किया है. यहां कचरे को सही तरीके से डिस्चार्ज करने का एक सिस्टम है. यह शहर कचरा बेचकर भी करोड़ों रुपये कमा रहा है. इंदौर में को कचरा पेटी मुक्त शहर का तमगा भी हासिल है. यहां रहने वाली 35 लाख की आबादी हर दिन तकरीबन 1,200 टन सूखा कचरा और 700 टन गीला कचरा डिस्चार्ज करती है.
ये है वेस्ट मैनेजमेंट का तरीका
इंदौर में नगर निगम की 850 से ज्यादा गाड़ियां चलती हैं. डोर-टू-डोर कचरा जुटाया जाता है और हर कचरे को अलग-अलग बॉक्स में रखा जाता है. इन गाड़ियों के कंपार्टमेंट में डायपर और सैनिटरी नैपकिन जैसे वेस्ट अलग से इकट्ठे किए जाते हैं.
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शहर से निकलने वाले गीले कचरे से बायो-सीएनजी बनाने का एशिया का सबसे बड़ा प्लांट लगाने के बाद इंदौर ने देश के अन्य शहरों को सफाई के मुकाबले में काफी पीछे छोड़ दिया है.
क्या है आपके शहर का हाल?
इंदौर जहां इस सर्वे में टॉप पर है, वहीं दूसरे नंबर गुजरात का सूरत शहर है. दिल्ली इस लिस्ट में 9वें नबंर पर है. नोएडा 11वें स्थान पर है.
नबंर वन से लेकर 10 तक कौन-कौन शहर हैं शामिल?
1. इंदौर
2. सूरत
3. नवी मुंबई
4. जीवीएम विशाखापत्तनम
5. विजयवाड़ा
6. भोपाल
7. तिरुपति
8. मैसूर
9. नई दिल्ली
10. अंबिकापुर
11. नोएडा
इन शहरों का बुरा है हाल
समाचार एजेंसी PTI के मुताबिक केंद्र की ओर से जारी 100 शहरों की सूची में आगरा सबसे निचले पायदान पर है. एक लाख से कम आबादी वाले शहरों की लिस्ट में मध्य प्रदेश का गाडरवारा सबसे नीचे है. एक लाख से ज्यादा आबादी की श्रेणी में हरिद्वार गंगा के किनारे बसा सबसे स्वच्छ शहर रहा. इसके बाद वाराणसी और ऋषिकेश रहे.
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