29 अगस्त यानी आज का दिन भारत के सुरक्षा क्षेत्र के लिए बहुत खास है. आज भारतीय नौसेना को बेहद घातक कहे जाने वाली अरिघात परमाणु पनडुब्बी मिलने जा रही है. राक्षा जानकार इसे 'दुश्मनों की तबाही' भी कहते हैं. नौसेना को दूसरी परमाणु ऊर्जा से संचालित बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बी (SSBN) INS अरिघात प्राप्त हो रही है. इसको लेकर भारतीय नौसेना की तरफ से आज विशाखापत्तनम एक बड़े कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इसे नौसेना को सौंपेंगे
इस कार्यक्रम में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रहेंगे. वहां वो INS अरिघात को नौसेना के हवाले करेंगे. आपको बताते चलें कि इस पनडुब्बी को विशाखापत्तनम में मौजूद भारतीय नौसेना के नेवी शिप बिल्डिंग सेंटर (SBC) के द्वारा बनाया गया है. दरअसल, भारतीय नौसेना के पास एक और परमाणु पनडुब्बी INS अरिहंत पहले से ही मौजूद है. नौसेना में इसे साल 2009 को शामिल किया गया था. अरिघात असल में INS अरिहंत का एक ताकतवर अपग्रेडेड वर्जन है. इसके भीतर 750 किलोमीटर की रेंज वाली के-15 बैलिस्टिक मिसाइलें मौजूद होंगी. इसकी मारक क्षमता की वजह से ही उसे दुश्मनों की तबाही कहते हैं.
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सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि परमाणु पनडुब्बी INS अरिहंत को साल 2017 में लॉन्च किया गया था, और इसे रडार सिस्टम में फिट किया था. इसके बाद इसके अंदर आधुनिक टेक्नोलॉजी से परिपूर्ण हथियारों को लगाने का काम किया गया. इस सब प्रक्रिया के बाद इसे कई फेज में समुद्री में उतारा गया और परीक्षण किए गए. अरिहंत के अंतर्गत आने वाली पांच पनडुब्बियों को भी आने वाले सालों में बनाकर तैयार किया जाएगा. आपको बताते चलें कि भारतीय नौसेना की तरफ से शीघ्र ही तीसरी परमाणु पनडुब्बी भी तैयार होने वाली है, इसका कोड नेम S3 रखा गया है.
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