डीएनए हिंदी: आईपीएस अनिरुद्ध सिंह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. मेरठ ग्रामीण के एसपी रहे अनिरुद्ध सिंह इसमें किसी शख्स से कह रहे हैं कि कम से कम 20 लाख रुपये आज भिजवाइए. इस वीडियो को शेयर करते हुए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और अन्य विपक्षी पार्टियों ने सवाल उठाए हैं. अखिलेश यादव ने पूछा है कि अब बुलडोजर चलेगा या नहीं? इस वीडियो पर सफाई देते हुए IPS अनिरुद्ध सिंह ने कहा है कि यह वीडियो दो साल पुराना है और इस मामले में उन्हें क्लीन चिट भी मिल चुकी है.
आईपीएस अधिकारी अनिरुद्ध सिंह का एक कथित वीडियो रविवार को मीडिया में आया जिसमें वह वीडियो कॉल पर किसी से 20 लाख रुपये की व्यवस्था करने के लिए कहते नजर आ रहे हैं. उक्त वीडियो उस समय का बताया जा रहा है जब अनिरुद्ध सिंह मेरठ जिले में तैनात थे. हालांकि, मेरठ पुलिस ने ट्विटर पर अपने जवाब में कहा है, 'यह वीडियो दो साल से अधिक पुराना है और इसका मेरठ से कोई संबंध नहीं है. मामले की जांच पूरी कर ली गई है.'
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अखिलेश यादव ने पूछे सवाल
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मामले पर सरकार को घेरते हुए ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने कहा, 'यूपी में एक आईपीएस की वसूली के इस वीडियो के बाद क्या बुलडोज़र की दिशा उनकी तरफ़ बदलेगी या फिर फ़रार आईपीएस की सूची में एक नाम और जोड़कर संलिप्त बीजेपी सरकार ये मामला भी रफ़ा-दफ़ा करवा देगी.' उन्होंने 10 सेंकेंड का एक वीडियो क्लिप साझा करते हुए लिखा है, 'उत्तर प्रदेश की जनता देख रही है कि यह है अपराध के प्रति बीजेपी की झूठी ज़ीरो टालरेंस की सच्चाई.'
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इस बीच उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, 'मेरठ जिले में एसपी ग्रामीण के पद पर नियुक्त आईपीएस अधिकारी अनिरुद्ध सिंह का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह वीडियो कॉल के जरिए एक व्यक्ति से बातचीत करते नजर आ रहे हैं. उक्त वीडियो के आधार पर अनिरुद्ध सिंह पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जा रहे हैं.' अनिरुद्ध सिंह इस वक्त वाराणसी में तैनात हैं. बयान में कहा गया है, 'यह मामला दो साल पुराना है लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने आयुक्त वाराणसी से इस बारे में पूछा है और तीन दिनों के भीतर रिपोर्ट मांगी है.'
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