डीएनए हिंदी: भारतीय स्पेस एजेंसी ISRO अतंरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में हर दिन नई ऊंचाइयां छू रहा है. चंद दिनों पहले चंद्रयान-3 मिशन को लॉन्च करने के बाद इसरो ने अपने शक्तिशाली रॉकेट PSLV को 58वीं उड़ान पर भेजा है. PSLV-C56 के साथ कुल सात सैटलाइट लॉन्च किए गए हैं. इसमें सिंगापुर का अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटलाइट DS-SAR भी शामिल है. यह मिशन सतीश धवन स्पेस सेंटर श्रीहरिकोटा से रविवार सुबह लॉन्च किया गया.
इसरो के मुताबिक, न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड के तहत सिंगापुर के DSTA एंड ST इंजीनियरिंग के DS-SAR सैटलाइट के अलावा 6 को-पैसेंजर सैटलाइट भी भेजे गए हैं. DS-SAR सैटलाइट का वजन 360 किलोग्राम है. इन सैटरलाइट के नाम हैं: 1- Velox AM, 2- Arcade, 3-SCOOB-II, 4- NuLIoN, 5- Galassia-2 6- ORB-12. ये सभी सैटलाइट सिंगापुर के अलग-अलग संस्थानों के हैं.
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क्यों खास है DS-SAR सैटलाइट?
इसरो के आधिकारिक बयान के मुताबिक, इन सभी सैटलाइट को 535 किलोमीटर की कक्षा में स्थापित किया जाएगा. बता दें कि इससे पहले PSLV कुल 57 बार लॉन्च किया जा चुका है. इसे सतीश धवन स्पेस सेंटर के फर्स्ट लॉन्च पैड (FLP) से भेजा गया. DS-SAR सैटलाइट को DSTA (सिंगापुर की सरकार की ओर से) और ST इंजीनियरिंग ने मिलकर विकसित किया है. सही कक्षा में स्थापित होने के बाद यह सैटलाइट सिंगापुर की सरकारी संस्थाओं के लिए सैटलाइट इमेजिंग का काम करेगा.
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बता दें कि हाल ही में भारत के ISRO ने अपना अहम मिशन चंद्रयान-3 भेजा है जो कुछ दिनों बाद चंद्रमा पर लैंड करेगा. फिलहाल, यह मिशन अपने रास्ते पर बिल्कुल सही तरीके से आगे बढ़ रहा है. ISRO को उम्मीद है कि इस बार उसके लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग सफल रहेगी.
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