आगामी जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने BJP का संकल्प पत्र शुक्रवार शाम को जारी कर दिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि आर्टिकल 370 अब इतिहास बन चुका है. ये कभी वापस लौटकर नहीं आ सकता. हम इसे कभी वापस नहीं आने देंगे. उन्होंने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के आर्टिकल 370 को लेकर एजेंडे को कांग्रेस का मौन समर्थन है. पर हम आर्टिकल 370 वापस नहीं आने देंगे.
जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में विधानसभा चुनाव होने हैं. पहला चरण 18 सितंबर, दूसरा, 25 सितंबर और तूसरा 1 अक्टूबर को होगा. मतगणना 8 अक्टूबर को होगी. आपको बता दें कि नेशनल कॉन्फ्रेंस पहले ही अपना घोषणा पत्र जारी कर चुकी है. शुक्रवार को बीजेपी का संकल्प पत्र जारी करते हुए केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि आर्टिकल 370 ही वह कड़ी थी जिसने युवाओं को विकास की जगह आतंकवाद की ओर धकेला था. जम्मू-कश्मीर में शिक्षा सबसे जरूरी थी. आरक्षण जरूरी था. मैं उमर अब्दुल्ला को कहना चाहता हूं कि हम आपको गुज्जर बकरवाल के आरक्षण को छूने नहीं देंगे. बम की परछाइयां, मशीन गन की आवाज कश्मीर में सुनी जाती थीं, जो अब इतिहास बन गई हैं.
जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग - शाह
संकल्प जारी करते हुए अमित शाह ने कहा कि 1947 से जम्मू-कश्मीर हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण रहा है. जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग रहा है और हमेशा रहेगा. आजादी के समय से हमने इसे भारत के साथ जोड़ने के लिए काफी प्रयास किया है. शाह ने अन्य राजनीतिक दलों पर हमला बोलते हुए कहा कि अन्य राजनीतिक दलों ने तुष्टीकरण की राजनीति की है. वे अलगाववाद के लिए जिम्मेदार हैं. उन्होंने कहा कि आर्टिकल 370 की छाया में अलगाववाद पनपा. एक के बाद एक सरकारें अलगाववादियों के आगे झुकती रहीं. आर्टिकल 370 और 35ए अब इतिहास बन चुके हैं. जम्मू-कश्मीर अब विकास और प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है.
यह भी पढ़ें - J-K चुनाव: BJP ने जारी की स्टार प्रचारकों की लिस्ट, PM मोदी समेत 40 नेताओं का नाम
राहुल गांधी पर भी साधा निशाना
अमित शाह ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि एनसी का घोषणापत्र पढ़कर मुझे बहुत आश्चर्य हुआ कि कोई पार्टी इस तरह का घोषणापत्र कैसे जारी कर सकती है. मैं राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं कि आपके मौन धारण करने से कुछ नहीं होगा. आप नेशनल कॉन्फ्रेंस के घोषणापत्र में शामिल हैं या नहीं. मैं हां या न में जवाब चाहता हूं. साथ ही अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में शिक्षा के बेहतर होते विकल्पों का भी जिक्र किया.
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.