जम्मू के अखनूर (Akhnoor Encounter) में आतंकियों के साथ चल रही मुठभेड़ मंगलवार को खत्म हो गई. सेना ने तीनों दहशतगर्दों को मार गिराने में कामयाबी हासिल की है. इस ऑपरेशन को सफल बनाने के लिए एनएसजी (NSG) कमांडो भी उतारे गए थे. पहली बार एआई तकनीक का भी सहारा लिया गया है. आसपास के इलाके में सघन सर्च अभियान चलाने के लिए सेना के बीएमपी-2 (BMP-2) टैंक को उतारा गया था. सेना ने इसे ऑपरेशन आसननाम दिया था. यह पहला मौका है जब आतंकियों के खिलाफ बीएमपी-2 टैंक का इस्तेमाल किया गया.
सेना के काफिले पर किया था आतंकियों ने हमला
अखनूर में सोमवार को सेना (Indian Army) की कॉम्बैट यूनिफॉर्म में तड़के आतंकियों ने घात लगाकर हमला किया था. इसके बाद भारतीय सेना ने पूरे इलाके में सघन अभियान चलाया. 3 आतंकियों के मिलने की सूचना के आधार पर इस ऑपरेशन में एनएसजी कमांडो भी उतारे गए थे. तीन में से एक दहशतगर्द को सोमवार को ही मारने में सफलता मिल गई थी. मंगलवार को बचे हुए दोनों आतंकियों को भी मार गिराया गया. जम्मू-कश्मीर के डीजीपी भी सोमवार को ही हालात का जायजा लेने के लिए अखनूर पहुंच गए थे.
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आतंकियों के पास से मिले भारी संख्या में हथियार
सेना से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, इस इलाके में हाल के दिनों में कोई घुसपैठ की घटना नहीं हुई है. ऐसे में इंटेलीजेंस इनपुट के आधार पर 50-60 आतंकियों के लॉन्च पैड पर सक्रिय होने का अनुमान है. इसी संख्या को देखते हुए सेना ने सघन ऑपरेशन चलाया है. पहली बार आतंकियों के लिए सर्च ऑपरेशन में बीएमपी-2 टैंक का इस्तेमाल किया गया है. मारे गए आतंकियों के पास से एम-4 राइफल और भारी संख्या में हथियार और विस्फोटक भी बरामद किया गया है.
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