J-K Election: 'क्या राहुल स्टेटहुड दिला सकते हैं', अमित शाह ने कांग्रेस पर साधा निशाना, 370 पर कही ये बड़ी बात

Written By आदित्य प्रकाश | Updated: Sep 07, 2024, 03:53 PM IST

Amit Shah (File Photo)

अमित शाह ने कहा कि क्या राहुल गांधी के पास इसकी शक्ति है कि वो स्टेटहुड का दर्जा वापस दिला दें. उन्होंने इस पूरे मामले पर कहा कि हम पहले संसद में ये साफ कर चुके हैं कि चुनाव होने के बाद एक उचित समय आने पर राज्य को उसकी स्टेटहुड बहाल कर दी जाएगी.

करीब दस साल बाद जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. इसको लेकर सभी पार्टियां अपनी-अपनी तैयारियों में जुटी हुई हैं. इसी बीच केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज जम्मू में एक रैली को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि क्या राहुल गांधी के पास इसकी शक्ति है कि वो स्टेटहुड का दर्जा वापस दिला दें. उन्होंने इस पूरे मामले पर कहा कि हम पहले संसद में ये साफ कर चुके हैं कि चुनाव होने के बाद एक उचित समय आने पर राज्य को उसकी स्टेटहुड बहाल कर दी जाएगी.

राहुल गांधी ने स्टेटहुड को लेकर कही था ये बात 
गौरतलब है कि घाटी में पहली बार अनुच्छेद 370 हटने के बाद चुनाव हो रहे हैं. आपको बता दें कि 4 सितंबर को राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि जम्मू-कश्मीर का स्टेटहुड छीना गया है, लेकिन इसे हम वापस दिलाएंगे. उन्होंने कहा कि आज़ादी के बाद पहली बार किसी राज्य से उसका हक छीना गया है. यह केवल कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हर नागरिक का कर्तव्य है कि जम्मू-कश्मीर को फिर से स्टेटहुड मिले. बीजेपी और संघ चाहे जो भी बोलें, हम जम्मू-कश्मीर के लोगों को उनका स्टेटहुड लौटाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. 

'एलजी बने बैठे हैं राजा'
राहुल ने आगे कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों से केवल राज्य का दर्जा नहीं, बल्कि उनके अधिकार और संसाधन भी छीने गए हैं. उन्होंने कहा कि आज का एलजी 21वीं सदी के राजा की तरह है, जो अपनी मनमर्जी से काम करता है. यहां के स्थानीय लोगों को कोई रोजगार या सुविधाएं नहीं मिलतीं, जबकि बाहरी लोगों को फायदा पहुंचाया जा रहा है.

अमित शाह की जम्मू के लोगों से खास अपील 
गृह मंत्री ने मतदाताओं से ये भी अपील किया कि 'मैं चाहता हूं कि आप सभी 11:30 बजे से पहले वोट डालें. नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस पत्थरबाजों को बाहर निकालना चाहती हैं और राजौरी-पुंछ में आतंक को बढ़ावा देना चाहती हैं. हमने उपद्रवियों को जेल में डाल दिया है, लेकिन वे नियंत्रण रेखा के पार व्यापार फिर से शुरू करना चाहते हैं. इससे किसे फायदा होगा? हम पाकिस्तान से तब तक बात नहीं करेंगे जब तक शांति पूरी तरह स्थापित नहीं होती.'

ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगलफेसबुकxइंस्टाग्रामयूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.