जम्मू-कश्मीर चुनाव (Jammu And Kashmir Elections) से पहले राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है. आर्टिकल 370 (Article 370) खत्म होने के बाद यह पहला चुनाव है और घाटी की राजनीति में आरोपों-प्रत्यारोपों का दौर जारी है. हाल ही में नेशनल कॉन्फ्रेंस लीडर उमर अब्दुल्ला ने एक इंटरव्यू दिया था जिसमें उन्होंने आतंकी अफजल गुरु का जिक्र किया था. इस पर पलटवार करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि क्या सुप्रीम कोर्ट से सजा पाए आतंकी को माला पहनाई जानी थी? उन्होंने यह भी कहा कि ये लोग (नेशनल कॉन्फ्रेंस) आतंकियों से सहानुभूति रखते हैं.
उमर अब्दुल्ला से राजनाथ सिंह ने पूछे कई सवाल
रामबन में चुनाव प्रचार के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने जम्मू-कश्मीर में बीजेपी की सरकार बनाने का आग्रह किया. उन्होंने नेशनल कॉन्फ्रेंस पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग आतंकियों से सहानुभूति रखते हैं. मैंने हाल ही में उमर अब्दुल्ला को कहते सुना है कि आतंकी अफजल गुरु को फांसी दिया जाना गलत फैसला था. राजनाथ सिंह ने कहा, 'मैं पूछना चाहता हूं कि आखिर संसद पर हमले के दोषी को फांसी नहीं देते, तो क्या माला पहनाते?'
यह भी पढ़ें: Kolkata Rape Murder Case में है फांसी की मांग, ऐसे में आया सिलीगुड़ी कोर्ट का बड़ा फैसला
उमर अब्दु्ल्ला ने अपने हालिया इंटरव्यू में कहा था कि जिस तरीके से अफजल गुरु को फांसी हुई थी, वह पारदर्शी नहीं थी. राजनाथ सिंह ने आर्टिकल 370 को फिर से लागू किए जाने के वादे पर भी पलटवार करते हुए कहा कि बीजेपी की सरकार ने राष्ट्रहित में जो फैसला लिया है उससे पूरे जम्मू-कश्मीर की स्थिति में सुधार हुआ है. जो लोग इसे वापस लाने का वादा कर रहे हैं, वो लोग हकीकत में यहां के लोगों को फिर से पीछे ले जाना चाहते हैं. बता दें कि पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस दोनों के चुनावी वादे में आर्टिकल 370 को वापस लागू करना शामिल है.
यह भी पढ़ें: Haryana में कांग्रेस-आप का गठबंधन फाइनल? जानिए क्या है सीटों का 4+1 फॉर्मूला
रक्षा मंत्री ने पीओके को बताया भारत का अहम हिस्सा
चुनाव प्रचार के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 हटने के बाद बड़े पैमाने पर सुधार हुआ है. सिर्फ 5 साल में 40,000 नई नौकरियां पैदा हुई हैं. रोजगार के अवसरों का सृजन हो रहा है और भविष्य में स्थिति पहले से बेहतर होने वाली है. उन्होंने पीओके के लिए कहा कि मैं एक बार फिर यहां से स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि पीओके भारत का अभिन्न हिस्सा है और हम इसके लिए जान दे सकते हैं.
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.