बिहार का जमुई ऐतिहासिक दृष्टिकोण से महत्त्वपूर्ण है. कहते हैं कि जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर को यहीं पर दिव्य ज्ञान प्राफ्त हुआ था. इस लिहाज से यह जैन समुदाय के लिए धार्मिक स्थान है. लेकिन चुनावी लिहाज से देखें तो जमुई लोकसभा क्षेत्र सुरक्षित सीट है और यहां यादव वोटरों का दबदबा है. जमुई संसदीय क्षेत्र में विधानसभा की 6 सीटें शामिल हैं. ये सीटें हैं - तारापुर, शेखपुरा, सिकंदरा, जमुई, झांझा और चकई. जमुई लोकसभा सीट के लिए 19 अप्रैल को मतदान होना है.
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2019 के आम चुनाव में जमुई लोकसभा सीट से लोक जनशक्ति पार्टी के उम्मीदवार चिराग पासवान की जीत हुई थी. उन्हें कुल 529134 वोट मिले थे. उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के भूदेव चौधरी रहे थे. उन्हें जमुई संसदीय क्षेत्र के 288085 वोटरों का साथ मिला था. चिराग पासवान ने यह चुनाव 241049 वोटों के अंतर से जीता था. 2019 में जमुई संसदीय क्षेत्र में रजिस्टर्ड मतदाताओं की कुल संख्या 1718814 थी. इसमें महिला वोटरों की संख्या 807074 थी, जबकि पुरुष वोटर 911705 थे.
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बिहार की जमुई लोकसभा सीट नक्सली प्रभावित इलाकों में आती है. 2019 के आम चुनाव में जमुई सीट से कुल 12 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे. इस बार जमुई लोकसभा क्षेत्र में 12 में 5 अभ्यर्थियों के नामांकन पत्र जांच के बाद रद्द कर दिए गए हैं. इस तरह इस सीट पर अब कुल 7 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं. इस सीट पर 2 अप्रैल तक नाम वापसी की तारीख है. जमुई लोकसभा सीट के राजनीतिक पंडित बता रहे हैं कि यहां राष्ट्रीय जनता दल और लोक जनशक्ति पार्टी के बीच सीधी टक्कर दिख रही है. लोजपा ने अरुण भारती पर दांव खेला है जबकि आरजेडी ने अर्चना रविदास को मैदान में उतारा है.
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