अप्राकृतिक यौन उत्पीड़न (Sexual Abuse) मामले में गिरफ्तार हुए जेडीएस (JDS) एमएलसी सूरज रेवन्ना (Suraj Revanna) को कोर्ट से राहत मिली है. अपनी ही पार्टी के एक कार्यकर्ता ने उन पर जबरन शारीरिक संबंध बनाने के लिए मजबूर करने और यौन शोषण का आरोप लगाया था. इस मामले में कर्नाटक की अदालत से उन्हें सशर्त जमानत मिल गई है. प्रज्वल रेवन्ना की गिरफ्तारी के कुछ ही दिन बाद यह मामला सामने आया था.
पार्टी के कार्यकर्ता ने लगाया था आरोप
जेडीएस एमएलसी सूरज रेवन्ना पर उनकी ही पार्टी के एक कार्यकर्ता ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. होलेनरसीपुर पुलिस ने इस शिकायत के आधार पर 22 जून को उन्हें अरेस्ट किया था. उनके ऊपर भारतीय दंड संहिता की धारा 377 (अननेचुरल सेक्स), 342 (बंधक बनाना) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत केस दर्ज किया गया है. उन्हें कर्नाटक के एक सत्र न्यायालय ने शर्तों के आधार पर जमानत दी है.
यह भी पढ़ें: नेमप्लेट मामले में Yogi सरकार को झटका, SC ने यूपी सरकार के आदेश पर लगाई रोक
बता दें कि आरोप सामने आने के बाद जेडीएस विधायक ने अपनी सफाई में कहा था कि उन पर झूठे आरोप लगाए हैं. उन्होंने शिकायतकर्ता पर 5 करोड़ रुपये की उगाही का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि कथित पीड़ित ने उनसे 5 करोड़ देने की डिमांड की थी और नहीं देने की सूरत में झूठे केस में फंसाने की धमकी दी थी.
मुश्किल में घिरा है पूरा परिवार
सूरज रेवन्ना से पहले उनके भाई प्रज्वल रेवन्ना पर कई महिलाओं ने यौन उत्पीड़न और वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया है. प्रज्वल लोकसभा चुनाव के बाद विदेश चले गए थे जिस वजह से उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई थी. हालांकि, विदेश से लौटते ही उन्हें अरेस्ट कर लिया गया और फिलहाल वह जेल में हैं. कर्नाटक में लोकसभा चुनाव के दौरान यह मुद्दा काफी जोर-शोर से उठाया गया था.
यह भी पढ़ें: 'Bihar को मिले विशेष राज्य का दर्जा', JDU ने संसद में उठाई मांग, केंद्र ने दिया ये जवाब
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.