डीएनए हिंदी: बिहार की राजनीति एक बार फिर गर्म हो गई है जिसका असर दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की कैबिनेट पर तक दिखने लगा है. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन 'लल्लन सिंह' (Lallan Singh) ने कहा है कि जेडीयू केंद्र की कैबिनेट में शामिल नहीं होगी. इसके साथ ही उन्होंने इस दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के खिलाफ साजिश रचने का आरोप भी लगाया है. अहम बात यह है कि यह बयान ऐसे समय में आया है जब आरसीपी सिंह ने जेडीयू छोड़कर सीएम नीतीश कुमार पर हमलावर हैं.
दरअसल, राजीव रंजन (लल्लन सिंह) ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा है कि सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ साजिश थी और इसलिए हमने विधानसभा में केवल 43 सीटें जीतीं लेकिन अब हम सतर्क हैं. 2020 के चुनाव में एक मॉडल चिराग पासवान के नाम से सामने आया जबकि दूसरा वर्तमान में बनाया जा रहा है. अहम बात यह है कि वर्तमान में आरसीपी सिंह जेडीयू से इस्तीफा देकर नीतीश के खिलाफ हमलावर हैं.
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वहीं केंद्रीय कैबिनेट में शामिल होने को लेकर भी अब जेडीयू अध्यक्ष लल्लन सिंह ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि जदयू को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने की क्या जरूरत है? 2019 में ही इस मुद्दे पर आम सहमति बनी थी. सीएम नीतीश कुमार ने स्पष्ट कर दिया कि हम केंद्र सरकार में शामिल नहीं होंगे और हम इस फैसले के साथ हैं. नीतीश कुमार के व्यक्तित्व को धूमिल करने की साजिश थी.
गौरतलब है कि कैबिनेट में शामिल न होने के बाद जेडीयू के कोटे से तत्कालीन राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह को मोदी सरकार में मंत्री बनाया गया था. ऐसे में अहम बात यह है कि आरसीपी सिंह के मंत्री रहने के दौरान लगातार उन पर बीजेपी का सहयोगी रहने के आरोप लगे. इसके बाद राज्यसभा चुनावों के दौरान जेडीयू ने आरसीपी सिंह का कार्यकाल आगे नहीं बढ़ाया. नतीजतन उन्हें इस्तीफा देना पड़ा. जेडीयू ने आरसीपी सिंह के बजाए लल्लन सिंह को राज्यसभा भेजा था.
आरसीपी सिंह पार्टी के इस फैसले के बाद से ही नीतीश कुमार से नाराज थे और अब उन्होंने जेडीयू से इस्तीफा दिया. इस दौरान उन्होंने सीएम नीतीश पर हमला बोला है. वहीं यह भी संकेत दिए हैं कि एक बार फिर नीतीश कुमार बीजेपी को झटका देकर बिहार की राजनीति में पलटी मार सकते हैं.
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